फलौदी सट्टा बाजार के अनुमान
चुनावों की घोषणा के समय, फलौदी सट्टा बाजार ने अपने अनुमानों में AAP के वोटों में बढ़त दिखाई थी और 70 सदस्यीय विधानसभा में 36 के बहुमत के आंकड़े दिखाए थे। हालांकि, चुनावों से दो हफ्ते पहले, बाजार ने अपने अनुमानों में कुछ बदलाव किया है।
AAP के लिए अनुमान
AAP ने 2015 में 67 और 2020 में 62 सीटों से जीत हासिल की थी। आप इस बार फिर से सत्ता में आने के कड़े प्रयास कर रही है। चुनाव की घोषणा के समय फलौदी सट्टा बाजार के अनुमान के अनुसार, AAP को 37 से 39 सीटें मिलने का अनुमान था। हालांकि, नए अनुमानों के अनुसार AAP को 39 से 41 सीटें मिलती दिख रही हैं जो कि मामूली उछाल है।
BJP के लिए अनुमान
दिल्ली में BJP ने 1993 में जीत हासिल की थी। इस बार बीजेपी को यह उम्मीद है की विधानसभा चुनाव में अपना झंडा गाड़ेगी। फलौदी सट्टा बाजार के नए अनुमानों के अनुसार, BJP को 29 से 31 सीटें मिलने का अनुमान है जो बहुमत के आंकड़े 36 से 5-6 सीटें कम है। अपने पहले के अनुमान में, फलौदी सट्टा बाजार ने BJP को दिल्ली में 25 से 35 सीटें जीतने का अनुमान लगाया था।
Congress के लिए अनुमान
दिल्ली से विधानसभा और लोकसभा में कांग्रेस का लगभग कोई प्रतिनिधित्व नहीं होने के कारण, कांग्रेस पार्टी आगामी चुनावों में अपनी छाप छोड़ने के लिए बेताब है। पार्टी ने सभी 70 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं। कांग्रेस के लिए यह मुकाबला काफी कड़ा होने वाला है क्योंकि लोकसभा चुनावों में INDIA ब्लॉक में अपने सहयोगी AAP ने कांग्रेस का साथ छोड़ दिया है। फलौदी सट्टा बाजार के ताजा अनुमान के अनुसार कांग्रेस को 3 सीटें मिलने का अनुमान लगाया था।
कैसे काम करता है सट्टा बाजार?
आपने चुनावों से पहले फलौदी सट्टा बाजार का नाम तो जरूर सुना होगा आज आपको बताते है आखिर फलौदी सट्टा बाजार काम कैसे करता है। सट्टा बाजार का काम अनुमानन होता है। इसमें सट्टा लगाने वाले अनुमान पर गेम खेलते है। वह तमाम अखबारों और मीडिया चैनल्स को देखते व पढ़ते हैं। नेताओं की सभाओं में आने वाली भीड़ को देखते हैं। लोगों से चर्चा करते हैं। नेताओं के क्षेत्रों में आम लोगों से बात करते है। इसी आधार पर विधानसभा चुनावों में जीत-हार के दावे किए जाते हैं।
कब से चल रहा है फलौदी सट्टा बाजार
फलौदी सट्टा बाजार 500 सालों से चल रहा है। फलौदी बाजार पूरी दुनिया में अपने अनोखे कारनामों के चलते काफी फेमस है। यह देश के किसी भी राज्य में सरकार बना भी सकता है और गिरा भी सकता है। फलौदी के जानकारों का कहना है कि यहां सट्टा 450-500 सालो से पारंपरिक रूप से चला आ रहा है।