भूषण ने कहा, देश में 20 जिले ऐसे हैं, जहां केस पॉजिटिविटी रेट 5-10 फीसदी है। इनमें से 9 केरल में और 8 मिजोरम में हैं। 2 जिले ऐसे हैं, जहां पॉजिटिविटी केस 10 प्रतिशत से ज्यादा है। ये दो जिले मिजोरम में हैं। फिलहाल सबसे अधिक सक्रिय मामले वाले शीर्ष पांच राज्य केरल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और कर्नाटक हैं, जिन्होंने चिंता बढ़ा रखी है।
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स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि देश के 20 जिले ऐसे हैं, जहां पर पॉजिटिविटी रेट 5 से 10 फीसदी है। स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि फिलहाल हमें सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि WHO ने तीन वजह बताईं, जिस वजह से ओमिक्रॉन को खतरनाक माना जा रहा है। पहली वजह- ग्लोबल केस की संख्या ज्यादा है। दूसरी वजह- ऐसा लगता है कि इम्यून एस्केप का पोटेंशियल ज्यादा है और तीसरी वजह- यह पिछले संस्करणों के मुकाबले संक्रामक भी ज्यादा है।
भूषण ने कहा कि डब्ल्यूएचओ के मुताबिक वैक्सीनेशन यहां तक बूस्टर डोज लेने के बाद भी हमें सतर्क रहने की जरूरत है। ऐसा नहीं है कि बूस्टर डोज लेने के बाद हम पार्टी, त्योहार या फिर सार्वजनिक कार्यक्रमों में भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जा सकते हैं। ऐसा करना नए खतरे को निमंत्रण देना होगा।
भारत में दो लहर, दुनिया कर रही चौथी का सामना
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, भारत में दो लहरें आई हैं। पहली सितंबर 2020 और दूसरी मई 2021 में। जबकि दुनिया इस वक्त चौथी लहर का सामना कर रही है। ऐसे में हमें सावधान रहने की जरूरत है। मास्क, सैनिटाइजेशन के साथ-साथ सोशल डिस्टेंसिंग बहुत जरूरी है। इसके अलावा जिन लोगों ने वैक्सीन नहीं लगवाई है वे जरूरी इसे लें।