इस बीच देश की आर्थिक राजधानी मुंबई से बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल मुंबई में बीते 15 दिन में दक्षिण अफ्रीका से 1000 यात्री लौटे हैं। बड़ी संख्या में पहुंचे यात्रियों को लेकर उद्धव सरकार भी चिंता बढ़ गई है।
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कोरोना से जान गंवाने वालों के परिजनों को मुआवजा देने के लिए बनेगा पोर्टल, Supreme Court को केंद्र सरकार ने दी जानकारी Omicron variant ने देशभर में दहशत का माहौल बना दिया है। इस वैरिएंट से निपटने के लिए जहां लगातार कड़े कदम उठाए जा रहे हैं वहीं इस खतरे के बीच देश की मायानगरी मुंबई के लिए भी एक चिंता की बात है।
बताया जा रहा है कि पिछले 15 दिनों में अफ्रीकी देशों से कुल 1000 यात्री मुंबई में लैंड हुए हैं। ये अहम जानकारी BMC के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी है।
बीएमसी अधिकारी के मुताबिक बीते 15 दिनों में 1000 यात्री मुंबई पहुंच चुके हैं। ये सभी लोग अफ्रीकी देशों से आए हैं। चिंता इसलिए ज्यादा है क्योंकि इन्हीं देशों में ओमिक्रॉन का सबसे ज्यादा प्रसार हो रहा है।
सिर्फ 466 का डाटा बीएमसी के पास
मुंबई पहुंचे 1000 यात्रियों में से बीएमसी के पास महज 466 लोगों का ही डेटा मौजूद है। ऐसे में सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि जिन लोगों की अब तक जानकारी नहीं है उनमें से कोई भी अगर संक्रमित हुआ तो वो इस वैरिएंट का फैलाव कर सकता है।
बीएमसी ने अब तक 466 में से 100 लोगों का कोविड टेस्ट करवाया गया है। अब इन लोगों में से जो भी कोविड पॉजिटिव पाया जाएगा, उनकी रिपोर्ट जीनोम सीक्वेंस के लिए भेजी जाएगी।
इन देशों से आए संक्रमित लोगों को सेवन हिल्स अस्पताल में क्वारनटीन में रखा जाएगा।
सरकार ने उठा बड़े कदम
कोरोना के नए खतरे के बीच महाराष्ट्र सरकार कड़े कदम उठा रही है। बीएमसी ने ओमिक्रॉन से निपटने के लिए पांच अस्पताल और जंबो सुविधा का इंतजाम कर रखा है।
अभी के लिए पांच जंबो सेंटर सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं, बताया जा रहा है कि, आने वाले दिनों में स्क्रीनिंग को और ज्यादा कड़ा कर दिया जाएगा, ताकि किसी भी तरह की कोई लापरवाही ना रहे।
यह भी पढ़ेँः Omicron Variant: दक्षिण अफ्रीका से महाराष्ट्र पहुंचा शख्स निकला कोरोना पॉजिटिव, मचा हड़कंप स्कूल खोल रही सरकारएक तरफ ओमिक्रॉन वैरिएंट के खतरे से निपटने की तैयारी तो दूसरी ओर उद्धव सराकर स्कूलों को भी दोबार खोल रही है। एक दिसंबर से पहली से चौथी कक्षा वाले बच्चों के भी स्कूल खोले जा रहे हैं।
पहले खबरें थीं कि ओमिक्रॉन वैरिएंट की वजह से बच्चों के स्कूल अभी नहीं खुलेंगे, लेकिन राज्य सरकार के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने स्पष्ट कर दिया है कि अब किसी वैरिएंट की वजह से फैसले को नहीं बदला जाएगा।