कंगन, कुंडल और कपड़ों से हुई मृतकों की पहचान
पुलिस के अनुसार, मृतकों की पहचान कड़ा, कंगन, कुंडल और कपड़ों से की गई है। मृतकों में 12 साल की बच्ची भी शामिल हैं। मरने वालों में छह लोग होशियारपुर के शालीमार नगर के है। इनमें से तीन एक ही परिवार के हैं। मरने वालों में गौतम पुत्र राकेश कुमार, शशि सुनीला, सुनीता, अमरावती उषा, शारदा और सुनीता बताए जा रहे हैं।
जानिए हादसे की वजह
देर रात डेढ़ बजे के करीब बस में आग लग गई। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीरों में बस में आग लगी हुई दिख रही है और यह किसी फ्लाईओवर या पुल जैसी जगह पर खड़ी है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि एसी में शॉर्ट सर्किट से बस में आग लगी है।
बस से कूद कर यात्रियों ने बचाई अपनी जान
बस में सवार एक बुजुर्ग महिला ने बताया कि आग लगने की जानकारी मिलने पर वह बस से कूद गई और खुद को बचा लिया। उसने बताया कि एक बाइक सवार व्यक्ति ने बस में आग लगी हुई देखी और उसने बस को ओवरटेक करके ड्राइवर को इसके बारे में बताया। महिला ने बताया कि मैंने बस के नीचे से आवाज सुनी। हालांकि, बाद में बदबू भी आई। कई किलोमीटर तक बस के पीछे रहने वाला एक बाइक सवार आगे निकल गया और ड्राइवर से कहा कि बस में आग लग गई है। मैं आगे की सीटों में से एक पर बैठी थी, इसलिए मैं कूद गई।
तीर्थयात्रा कर लौट रहे थे घर
महिला ने बताया कि कई यात्री उसके रिश्तेदार थे और वे पंजाब के होशियारपुर के रहने वाले थे। वह भी लुधियाना से है। उसने बताया कि वे 7-8 दिन की तीर्थयात्रा पर गए थे और घर लौट रहे थे। तभी अचानक यह हादसो हो गया।