वादे के मुताबिक नहीं हुईं चीजें
नेताजी सुभाष चंद्र बोस के पोते चंद्र कुमार बोस ने इस्तीफे पर कहा कि 2016 में बीजेपी में योगदान किया था। उनको पीएम मोदी का नेतृत्व अच्छा लगा। नेताजी ने सांप्रदायिक और विभाजन की राजनीति के खिलाफ हमेशा लड़ाई लड़ी। लेकिन बीजेपी में शामिल होने के बाद लगा कि ये जो राजनीति करते हैं वो मेरे और नेताजी सुभाष चंद्र बोस के आदर्श सब धर्म को एकसाथ करने के मुताबिक नहीं है।
चिट्ठी में चंद्र कुमार बोस ने क्या कहा
चंद्र बोस ने चिट्ठी में कहा कि जब मैं बीजेपी में शामिल हुआ, तो मुझसे वादा किया गया था कि मुझे नेताजी सुभाष चंद्र बोस और शरत चंद्र बोस की समावेशी विचारधारा का प्रचार करने की अनुमति दी जाएगी। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। मेरे आदर्श और प्रस्ताव का पालन नहीं किया गया तो इस पार्टी के साथ रहना कोई काम की बात नहीं है।