हिन्द महासागर एवं अरब सागर की ओर से भारत के दक्षिण-पश्चिम तट पर जून से सितंबर तक आने वाली हवाओं को मानसून कहते हैं। इसके कारण भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, भूटान व श्रीलंका सहित कई देशा में भारी बारिश होती है। यह सिर्फ इन्हीं चार महीनों में सक्रिय रहती हैं। इस समय का monsoon season कहा जाता है।
मौसम विभाग ने बताया है कि इस साल मॉनसून ज्यादा बेहतर रहने वाला है। देश में इस बार बारिश औसत से ज्यादा होने जा रही है। ला नीना का इस बार मानसून पर बड़ा प्रभाव पड़ने जा रहा है। इसके कारण देश के कई प्रदेशों में झमाझम बारिश होने जा रही है। इस साल भारत में ला नीना का असर जून से ही दिखने लगेगा। इस साल बारिश भी ज्यादा होगी और ठंडक भी बढ़ेगी।
मौसम विभाग के अनुसार जब पूर्वी प्रशांत महासागर क्षेत्र के सतह पर निम्न हवा का दबाव होता है तो इस स्थिति को ला नीना कहा जाता है। इससे समुद्री सतह का तापमान बहुत ही कम हो जाता है। इसका प्रभाव दुनिया के तापमान पर पड़ता है। ला नीना नौ महीने से लेकर साल भर की अवधि तक रह सकता है।
मौसम विभाग ने केरल समेत अन्य राज्यों में मॉनसून के दस्तक की संभावित तारीख बता दी है। जिसके अनुसार मॉनसून बिहार में 16 जून,पश्चिम बंगाल में 13 जून और उत्तर प्रदेश में 29 जून तक आ सकता है। यहां देखें पूरी लिस्ट
केरल 1 जून
तमिलनाडु 1 जून
कर्नाटक 1 जून
आंध्रप्रदेश 5 जून
ओडिशा 10 जून
पश्चिम बंगाल13 जून
सिक्किम 15 जून
झारखंड 16 जून
बिहार 16 जून
छत्तीसगढ़ 16 जून
मध्य प्रदेश 16 जून
गुजरात 19 जून
राजस्थान 29 जून
उत्तर प्रदेश 29 जून
हिमाचल जुलाई
जेके 2 जुलाई
पंजाब 2 जुलाई
हरियाणा 2 जुलाई
दिल्ली 2 जुलाई
चंडीगढ़ 2 जुलाई