फायरिंग की वजह का नहीं लगा पता
बदमाशों ने फायरिंग क्यों की है इस बात का अब तक पता नहीं चल पाया है। दरअसल, बदमाशों ने कारोबारी को कुछ दिन पहले ही धमकी दी थी, जिसकी पीड़ित ने पश्चिम विहार वेस्ट थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत पर एफआईआर भी दर्ज हुई है। लेकिन शिकायत दर्ज होने के अगले ही दिन फायरिंग की घटना हो गई। अभी पुलिस ने इस मामले में कुछ नहीं बताया है और जांच जारी है।
पुलिस की कार्यशैली पर उठ रहे सवाल
बता दें कि दिल्ली में बेखौफ बदमाश आए दिन फायरिंग की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। तीन दिन पहले ही नांगलोई में कुछ ऐसी ही घटना हुई थी। जिसके बाद अब मीरा बाग में हुई फायरिंग की घटना के बाद पुलिस कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं। वहीं आशंका जताई जा रही है कि नांगलोई और मीरा बाग में हुई वारदातों के पीछे एक ही गिरोह शामिल हो सकता है।
मुठभेड़ के बाद पकड़े आरोपी
क्राइम ब्रांच की टीम ने अलीपुर में प्रोपर्टी डीलर और नांगलोई में प्लाइवुड शोरूम पर गोलीबारी करने वाले गोगी गिरोह के दो शूटरों को नरेला में मुठभेड़ के बाद पकड़ लिया। पकड़े गए शूटरों की पहचान खेड़ा खुर्द निवासी आकाश राठौड़ के रूप में हुई है वहीं दूसरा शूटर नाबालिग है। इनके पास से चोरी की एक स्कूटी, एक पिस्टल समेत तीन कारतूस भी बरामद किए है। बता दें कि सोमवार दोपहर इन बदमाशों ने दोनों जगहों पर रंगदारी के लिए वारदात को अंजाम दिया था।