बता दें कि इससे पहले नरेश मीना कांग्रेस से दो बार बागी हो चुके है। विधानसभा चुनाव 2023 में नरेश मीना ने पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए छबड़ा विधानसभा सीट से ताल ठोकी थी। तब नरेश को करीब 43 हजार वोट मिले, जिसका सीधा फायदा भाजपा को हुआ था। इसके बाद कांग्रेस ने नरेश मीना को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया था।
हालांकि, कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के दौरान नरेश मीना को फिर से पार्टी में शामिल कर लिया था। लेकिन, कुछ दिन बाद ही नरेश ने दौसा से लोकसभा चुनाव लड़ने की मंशा जताते हुए पार्टी को मुश्किल में डाल दिया था। हालांकि, प्रदेश नेतृत्व की समझाइश पर नरेशन मीना मान गए थे।
इस बार केसी मीना के खिलाफ ठोकी ताल
राजस्थान उपचुनाव में टिकट नहीं मिलने से नाराज नरेश मीना अब देवली-उनियारा सीट से चुनावी रण में उतरे है। उन्होंने निर्दलीय ताल ठोकते हुए कांग्रेस प्रत्याशी कस्तूर चंद मीना की राह में रोड़ा अटका दिया है। मीना के इस कदम से भाजपा के राजेंद्र गुर्जर की भी मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है। बता दें कि राजस्थान की 7 विधानसभा सीटों पर 13 नवम्बर वोटिंग होगी, जबकि नतीजे 23 नवम्बर को आएंगे।