गौरतलब है कि कोडिकुन्निल सुरेश लोकसभा में विपक्ष की ओर से अध्यक्ष के पद के उम्मीदवार भी बनाए गए हैं। वहीं, ओम बिरला सत्ता पक्ष की ओर से अध्यक्ष पद के उम्मीदवार हैं। विपक्ष का कहना है कि वह लोकसभा अध्यक्ष पद पर सरकार का समर्थन करने को तैयार थे, लेकिन उनकी मांग थी कि सरकार बदले में उपाध्यक्ष का पद विपक्ष को दे।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा अध्यक्ष हेतु विपक्ष से संपर्क किया था। राहुल के मुताबिक विपक्ष, लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए सत्ता पक्ष का समर्थन करने को राजी था। हमने सभी लोगों से बात की। पूरे विपक्ष ने कहा कि हम लोकसभा अध्यक्ष पद के उम्मीदवार को समर्थन करेंगे। लेकिन, शर्त यह है कि उपाध्यक्ष का पद विपक्ष को मिलना चाहिए। यह परंपरा रही है और पहले की सरकारों में ऐसा हुआ है।
लोकसभा अध्यक्ष पद पर चयन को लेकर सरकार और विपक्षी दलों के बीच सहमति नहीं बन पाने के कारण बुधवार को सदन में चुनाव होना तय माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि बुधवार को लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने पर सबसे पहले उन नवनिर्वाचित सांसदों का नाम पुकारा जाएगा, जिन्होंने अब तक संसद सदस्यता की शपथ नहीं ली है। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सदन में नए लोकसभा अध्यक्ष के तौर पर ओम बिरला के नाम का प्रस्ताव रखेंगे और सभी दलों से उन्हें निर्विरोध सर्वसम्मति से चुनने का आग्रह करेंगे।