नियम लागू: 30 अप्रैल लिंक कराने की डेडलाइन
– देशभर में 42 लाख से अधिक लाभार्थी सीजीएचएस योजना के अधीन है।
– आयुष्मान भारत योजना के तहत 12 करोड़ परिवारों के 55 करोड़ से अधिक लोगों को सुरक्षा मिल रही।
– 30 करोड़ से ज्यादा लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके, इसमें सरकार सालाना 5 लाख रुपए तक का स्वास्थ्य बीमा देती है
क्या होंगे इसके फायदे
– हेल्थ आईडी नंबर दर्ज करने पर मरीज की हेल्थ से जुड़ा सारा रिकॉर्ड सामने आ जाएगा।
– मरीजों का मेडिकल रेकॉर्ड एक जगह दर्ज रहेगा, मरीज इसे डॉक्टर के साथ साझा कर सकेंगे।
– इससे मरीज की मेडिकल हिस्ट्री के बारे में सही जानकारी मिलेगी और उपचार की गुणवत्ता बेहतर होगी। टेलीमेडिसिन जैसी तकनीकों का उपयोग सहज होगा।
ऐसे करें लिंक
डिजिटल हेल्थ रेकॉर्ड बनाने के लिए आधार कार्ड, आधार कार्ड से लिंक मोबाइल नंबर, ड्राइविंग लाइसेंस आदि की आवश्यकता होगी।
– डिजिटल हेल्थ कार्ड के लिए ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है। इसके लिए सबसे पहले आधिकारिक पोर्टल https://healthid.ndhm.gov.in/ पर जाएं।
– इसके बाद क्रिएट नंबर के विकल्प को चुनें और कार्ड को डाउनलोड कर लें।
आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन
‘आभा’ मिशन का उद्देश्य हर नागरिक का इलेक्ट्रॉनिक स्वास्थ्य रिकॉर्ड बनाने के लिए एक मंच विकसित करना है। आभा 14 अंकों की संख्या है जो लाभार्थी के हेल्थ आइडी के रूप में जानी जाती है। इसे डिजिटल रूप से या हार्डकॉपी के रूप में जारी किया जा सकता है। जनवरी, 2024 तक 52 करोड़ से ज्यादा आभा नंबर जारी किए गए हैं।