62 एकड़ की भूमि पर बना मंदिर
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा गुरुवार को जम्मू के नगरोटा पहुंचे। यहां उन्होंने मजीन इलाके में शिवालिक फॉरेस्ट रेंज में मौजूद करीब 62 एकड़ की भूमि पर 33 करोड़ रुपए की लागत से बने तिरुपति बालाजी मंदिर का उद्घाटन किया। उनसे पहले यह उद्घाटन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह करने वाले थे। बता दें कि तिरुपति बालाजी का यह मंदिर जम्मू से करीब 10 किलोमीटर और कटरा से करीब 40 किलोमीटर दूर है।केंद्रीय पर्यटन मंत्री ने कही ये बात
मंदिर के उद्घाटन समारोह में बोलते हुए केंद्रीय पर्यटन मंत्री कृष्ण रिद्धि ने कहा कि तिरुमला तिरुपति देवस्थानम देशभर में न केवल तिरुपति बालाजी के मंदिर बना रहा है, बल्कि यह देश भर में धर्मांतरण की घटनाओं को भी रोक रहा है।मंदिर में भक्तों के लिए तमाम सुविधाएं
तिरुपति बालाजी का मंदिर मजीन में सुंदर शिवालिक जंगलों के बीच में बना हुआ है। इस मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए तमाम तरह की सुविधाएं मौजूद हैं। मंदिर के परिसर में वेद पाठशाला, हॉस्टल, कमरे, कल्याणमंडपम और महानमंडपम का निर्माण भी कराया गया है। वहीं मंदिर के मुख्य गर्भ गृह में 8 फुट ऊँचे भगवान वेकेंटेश्वर की मूर्ति स्थापित की गई है।धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने की पहल
जाहिर है कि जम्मू में हर साल कई श्रद्धालु दर्शन को पहुंचते हैं। ऐसे में यहां धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के मकसद से इस मंदिर की अहम भूमिका रहेगी। जो भी भक्त अब से यहां माता वैष्णों देवी मंदिर में मत्था टेकने आएंगे वह तिरुपति बालाजी के दर्शन भी कर सकेंगे। इसके अलावा यह मंदिर अमरनाथ यात्रा के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी आकर्षण का एक बड़ा केंद्र रहेगा।तिरुपति बालाजी की तर्ज पर बना मंदिर
जाहिर है कि जम्मू में तिरुपति बालाजी का यह मंदिर देश का छठवां ऐसा मंदिर है, जिसे तिरुपति बालाजी की तर्ज पर बनाया गया है। इससे पहले तिरुमला तिरुपति देवस्थानम भारत में हैदराबाद, चेन्नई, कन्याकुमारी, दिल्ली और भुवनेश्वर में ऐसे मंदिर बना चुका है।साल 2021 में हुआ था मंदिर का भूमि पूजन
बता दें कि जम्मू-कश्मीर की सरकार ने टीटीडी बोर्ड को यह भूमि 40 साल की लीज पर दी है। जिसके बाद ही तिरुपति देवस्थानम ने यहां मंदिर बनाने का काम शुरू कर दिया था। 13 जून साल 2021 में यहां मंदिर बनाने के लिए भूमि पूजन किया गया था। इस दौरान कार्यक्रम में शामिल होने के लिए केंद्रीय मंत्री के अलावा देशभर से कई नामी चेहरे पहुंचे थे। दो साल बाद आज 8 जून 2023 को इस मंदिर को भक्तों के लिए खोल दिया गया है। मंदिर निर्माण के बाद से ही श्रद्धालुओं में खुशी की लहर है।