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Landslide in Wayanad : मौत बनकर टूटी मूसलाधार बारिश, भूस्खलन में अब तक 143 मौत, 1000 लोगों को सेना ने बचाया

Landslide in Wayanad :भूस्खलन नें मनोरम दृश्यों के लिए मशहूर वायनाड जिले के चार गांवों मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टमाला और नूलपुझा की तस्वीर बदल दी। सडक़ें बह जाने से गांवों का बाकी हिस्सों से संपर्क टूट गया। एक पुल भी ध्वस्त हो गया।

नई दिल्लीJul 31, 2024 / 07:41 am

Anand Mani Tripathi

केरल के वायनाड जिले में मूसलाधार बारिश के दौरान मंगलवार तडक़े बड़े पैमाने पर भूस्खलन में 143 से अधिक लोगों की मौत हो गई, जबकि 128 घायल हो गए। दर्जनों लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। भारतीय सेना अस्थाई पुल के माध्यम से अब तक 1000 से अधिक लोगों को बचा चुकी है। बचाव का कार्य अभी भी जारी है। केरल सरकार ने राज्य में दो दिन के शोक की घोषणा की है। भूस्खलन नें मनोरम दृश्यों के लिए मशहूर वायनाड जिले के चार गांवों मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टमाला और नूलपुझा की तस्वीर बदल दी। सडक़ें बह जाने से गांवों का बाकी हिस्सों से संपर्क टूट गया। एक पुल भी ध्वस्त हो गया। गांवों में ढहे मकान, उफनती नदियां और सैकड़ों उखड़े पेड़ आपदा की विभीषिका बयान कर रहे हैं।
कई जगह पानी में बहे वाहन पेड़ों की टहनियों में फंसे और यहां-वहां डूबे हुए हैं। उफनती नदियां मार्ग बदलकर रिहायशी इलाकों में बह रही हैं। इससे भी हरे-भरे इलाकों में भारी विनाश हुआ। केरल के वन मंत्री ए.के. ससींद्रन ने कहा, हालात गंभीर हैं। सरकार ने सभी एजेंसियों को बचाव अभियान में लगा रखा है। बारिश और पहाडिय़ों से लुढक़ते बड़े पत्थरों से अभियान में बाधा आ रही है। केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (केएसडीएमए) के मुताबिक दमकल विभाग और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमों को प्रभावित इलाकों में तैनात किया गया। भारतीय वायुसेना के दो हेलिकॉप्टर भी रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे हैं।

250 को बचाया, सेना बनाएगी अस्थायी पुल

रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान 250 लोगों को बचाया जा चुका है। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बताया कि वायनाड के अस्पतालों में जरूरी दवाएं पहुंचाई जा रही हैं। भूस्खलन वाले इलाकों तक पहुंचने के लिए सेना को अस्थायी पुल बनाने में मदद करने को कहा गया है।

पेड़ों की अंधाधुंध कटाई के खतरे

मौसम वैज्ञानिक और भूगर्भ विज्ञान मंत्रालय के पूर्व सचिव एम. राजीवन ने कहा, दो-तीन दिन से मध्य और उत्तर केरल में भारी बारिश हो रही है, लेकिन आपदा सिर्फ बारिश से नहीं हुई। मिट्टी ढीली होने से जमीन दरकने का खतरा बढ़ जाता है। आपदा की भूमिका लंबे समय में मिट्टी के क्षरण से तैयार हुई। वायनाड के जिन इलाकों में भूस्खलन हुआ, वहां कुछ साल में बड़े पैमाने पर मिट्टी का क्षरण हुआ है। इस वन क्षेत्र में बड़े पेड़ों की अंधाधुंध कटाई कर फसलें उगाने की कोशिशें हुईं। पेड़ कटने से जमीन कमजोर हो गई।

मोदी ने दिया केंद्र से मदद का आश्वासन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन से बात की और आपदा की घड़ी में केंद्र से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। मृतकों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो-दो लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपए की अनुग्रह राशि दी जाएगी। मोदी ने एक्स पर लिखा, वायनाड के कुछ हिस्सों में भूस्खलन से व्यथित हूं। मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने भी आपदा पर दुख जताते हुए घायलों के स्वस्थ होने और रेक्स्यू ऑपरेशन सफल होने की कामना की।

राहुल गांधी आज करेंगे दौरा

वायनाड के पूर्व सांसद और प्रतिपक्ष के नेता राहुल गांधी बुधवार को वायनाड का दौरा करेंगे। उन्होंने आपदा पर दुख जताते हुए एक्स पर लिखा, उम्मीद है कि जो लोग फंसे हुए हैं, उन्हें जल्द सुरक्षित निकाल लिया जाएगा। मैं केंद्रीय मंत्रियों से वायनाड को हरसंभव मदद का अनुरोध करूंगा।

24 घंटे में 204 मिमी बारिश

मौसम विभाग का अनुमान है कि भूस्खलन वाले इलाकों में 24 घंटे में 204 मिमी बारिश हो चुकी है। केरल के आपदा प्रबंधन विभाग ने लोगों से भूस्खलन संभावित जगहों से दूर रहने को कहा है। वायनाड केरल का पहाड़ी इलाका है। यहां पर्यटकों की भीड़ रहती है। कोझीकोड एयरपोर्ट से वायनाड करीब 86 किलोमीटर दूर है।

Landslide in Wayanad : हेल्पलाइन नंबर

राष्टीय स्वास्थ्य मिशन ने नियंत्रण कक्ष खोला है। आपातकालीन मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर 9656938689 और 8086010833 जारी किए गए हैं।

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