हताहतों का आकलन किया जाएगा
खुद को बचाने के लिए इमारत से कूदने वाले एक मजदूर वकील पासावन ने कहा, “हम चार में से तीन लोग भागने में सफल रहे, लेकिन चौथा फंस गया। मैं उस समय समझ नहीं पा रहा था कि क्या हो रहा है। मैं छठी मंजिल पर काम कर रहा था। मैं मजदूर के तौर पर काम करता था और यहीं रहता भी था।” अग्निशमन सेवा के महानिदेशक प्रशांत कुमार ठाकुर ने पहले कहा था कि इमारत में फिलहाल पांच लोग फंसे हुए हैं और बचाव दल मलबे को हटाने के लिए पेशेवर कंक्रीट कटर का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि बचाव अभियान पूरा होने के बाद हताहतों का आकलन किया जाएगा।
घटनास्थल पर पहुंची SDRF और NDRF की टीम
ठाकुर ने कहा, “पुलिस नियंत्रण कक्ष को मंगलवार शाम 4 बजे सूचना मिली, और अग्निशमन नियंत्रण कक्ष को शाम 5 बजे सूचना मिली। इमारत के ढहने की सूचना मिलने के बाद, दमकल की गाड़ियाँ और कर्मचारी मौके पर पहुँचे। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों को भी घटनास्थल पर पहुँचने की सूचना दी गई, और बचाव अभियान जारी है। हमारी जानकारी के अनुसार, पाँच लोग अभी फँसे हुए हैं, और हम मलबे को हटाने के लिए पेशेवर कंक्रीट कटर का इंतज़ार कर रहे हैं।” उन्होंने कहा, “जांच के बाद, हमें पता चलेगा कि कितने लोग मारे गए हैं। हम अब मलबे में फंसे लोगों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं। इमारत में लगभग 15-20 मज़दूर रह रहे थे, और कुछ अन्य लोग इमारत के पास एक शेड में रहते थे। उन्हें बचाने के प्रयास जारी हैं।”
पांच अभी भी लापता
इससे पहले पुलिस ने बताया था कि इमारत ढहने की घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि पांच अन्य लापता हैं। अधिकारियों ने बताया कि इमारत ढहने के समय इमारत के अंदर 20 लोग थे। डी देवराज ने बताया, “बीस लोग फंस गए थे। उनमें से एक की मौत हो गई और 14 को बचा लिया गया। पांच लोग अभी भी लापता हैं।” उन्होंने बताया कि लापता लोगों का पता लगाने के लिए बचाव अभियान चलाया जा रहा है।