दिल्ली पुलिस के मुताबिक, आईएफएसओ इकाई ने ‘काली’ फिल्म से संबंधित एक विवादास्पद पोस्टर के संबंध में कार्रवाई करते हुए विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है।
इस मामले में IPC की धारा 153A और 295A के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। बता दें कि इस फिल्म के पोस्टर पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप भी लगा है।
यह भी पढ़ें – Alt News के मोहम्मद जुबैर ने पुलिस रिमांड को हाईकोर्ट में दी चुनौती, जानिए कब होगी होगी सुनवाई दिल्ली पुलिस ने बताया कि, ‘काली’ के पोस्टर को लेकर दो शिकायतें मिलीं। इसमें से एक शिकायत की जांच आईएफएसओ (The Intelligence Fusion & Strategic Operations) कर रही है। ये यूनिट साइबर क्राइम का काम देखती है।
इसके तहत फिल्म की निर्माता और निर्देशक लीना मनिमेकलाई के खिलाफ आईपीसी 153A, यानी धर्म जाति के आधार पर भड़काना और आईपीसी 295A, यानी किसी वर्ग, धर्म की भावनाओं को आहत पहुंचाने का केस दर्ज किया है।
इस फिल्म के पोस्टर पर उठे विवाद के बाद भी फिल्म की निर्माता लीना मणिमेकलाई के हौसले बुलंद हैं। एक दिन पहले उन्होंने पोस्टर पर मचे बवाल पर रिएक्शन दिया। उन्होंने कहा कि, ‘जब तक जिंदा हैं तब तक बेखौफ अपनी आवाज बुलंद करना जारी रखेंगी।’
फिल्म देखेंगे तो ‘लव यू लीना’ हैशटैग करेंगे
‘फिल्म एक शाम टोरंटो शहर की सड़कों पर काली के टहलने के दौरान की घटनाओं के बारे में है। अगर वे फिल्म देखते हैं, तो वे ‘अरेस्ट लीना मणिमेकलाई’ के बजाय ‘लव यू लीना मणिमेकलाई’ हैशटैग लगाएंगे।’
दरअसल, डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘काली’ के पोस्टर ने सोशल मीडिया पर विवादों का तूफान खड़ा कर दिया है। यह विवाद #ArrestLeenaMaManimeklai ‘अरेस्ट लीना मणिमेकलाई’ हैशटैग के साथ ट्रेंड कर रहा है।
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