गौरतलब है कि गिरफ्तार किए जाने के बाद ईडी ने हेमंत सोरेन को रिमांड पर लेकर 3 फरवरी से पूछताछ शुरू की थी। अदालत के आदेश पर उनकी रिमांड की अवधि दो बार बढ़ाई गई थी और उनसे कुल 13 दिन तक जमीन की खरीदारी, व्हाट्सअप चैटिंग, अफसरों की ट्रांसफर-पोस्टिंग में लेनदेन सहित कई बिंदुओं पर पूछताछ की गई थी। एजेंसी ने कोर्ट को बताया था कि सोरेन ने कई बिंदुओं पर सीधा और संतोषजनक जवाब नहीं दिया।
सोरेन जमीन पर अपनी स्वामित्व की बात से लगातार इनकार करते रहे। इस पर ईडी ने उनके सामने बड़गाई अंचल के राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद के मोबाइल से मिले 8.46 एकड़ जमीन के साक्ष्य को रखा था। सोरेन फिलहाल 4 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में हैं। ईडी की चार्जशीट के बाद उनके खिलाफ मुकदमा चलाने की आगे की कार्यवाही शुरू होगी।