इस चश्मे में लगे हैं पांच बटन, करते हैं ऐसे काम
डॉ. जोशी के अनुसार चश्मा 5 मोड पर काम करता है। इसमें पांच बटन लगाए गए हैं। पहला बटन दबाने पर चश्मा बताएगा कि सामने क्या है। दूसरा रीडिंग मोड है। बटन दबाने पर नेत्रहीन को यह चश्मा किताब, अखबार या किसी का लिखा हुआ पढक़र सुनाएगा। तीसरा वॉकिंग मोड है। यानी तीसरा बटन दबाने पर तीन मीटर की दूरी में क्या है, इसकी जानकारी मिल जाएगी। चौथा मोड फेस आइडेंटीफिकेशन है। इसके सहारे पता चल सकेगा कि उनके सामने कौन व्यक्ति खड़ा है। पांचवां हेल्प मोड है। यदि नेत्रहीन कहीं भटक गया हो तो उसके परिजनों तक उनका लोकेशन पहुंच जाएगा।
देश-विदेश की 72 भाषाओं में सक्षम
इजरायल व अमरीका में निर्मित चश्मे में 5 से 8 भाषाएं फीड की गई हैं जबकि डॉ. जोशी ने अपने चश्मे में देश-विदेश की 72 भाषाओं को फीड किया है। यह चश्मा मोबाइल के ऐप के जरिए काम करता है। इजरायल व अमरीका के चश्मे की कीमत लगभग साढ़े छह लाख रुपए है। डॉ. जोशी ने इसकी कीमत 48 हजार रुपए रखी है।
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