पाकिस्ता का घटिया चेहरा फिर हुआ बेनकाब
कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला ने कहा कि पाकिस्तान ने निंदनीय कदम उठाया और शहीद-ए-आजम भगत सिंह को आतंकी बताया। यह पाकिस्तान का घटिया मंसूबा है और उनका यह चेहरा सबके सामने आ गया है। इतिहास पर नजर डालें तो पता चलेगा कि देश की आजादी के लिए हम सबने मिलकर लड़ाई लड़ी है।
कौन शहीद और कौन आतंकवादी, यह मालूम ही नहीं
गुरजीत सिंह औजला ने कहा, जिस तरह से पाकिस्तान की वर्तमान सरकार ने घटिया कदम उठाया है, मैं उसकी कड़े शब्दों में निंदा करता हूं। पाकिस्तान के मंसूबे दूसरे देशों के प्रति हमेशा ही साफ रहे हैं, क्योंकि आतंकवाद उनका धंधा रहा है। उन्हें यह तक नहीं मालूम है कि कौन शहीद है और कौन आतंकवादी है। भगत सिंह हमारे शहीद थे, हैं और हमेशा ही रहेंगे। माफी मांगे पाकिस्तान सरकार
कांग्रेस नेता ने पाकिस्तान सरकार से माफी मांगने की मांग की। उन्होंने कहा, मैं यही कहूंगा कि पाकिस्तान को अपनी इस हरकत के लिए माफी मांगनी चाहिए और मैं भारत सरकार से गुजारिश करूंगा कि वह इसको लेकर पाकिस्तान पर दबाव भी बनाए।
जानिए क्या है पूरा मामला
बता दें कि पाकिस्तान के लाहौर के एक चौक का नाम स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह के नाम पर रखा जाना था। हालांकि, पंजाब सरकार ने इसका विरोध किया और इसके बाद चौक का नाम भगत सिंह के नाम पर रखने का फैसला रद्द कर दिया गया। पंजाब प्रांत की सरकार ने हाई कोर्ट में दाखिल अपने जवाब में कहा कि भगत सिंह स्वतंत्रता संग्राम सेनानी नहीं थे बल्कि आतंकवादी थे।