चुशुल-मोल्डो क्षेत्र में भारतीय पक्ष में होने की संभावना
सूत्रों के अनुसार बताया जा रहा है कि 19वें दौर की बातचीत चुशुल-मोल्डो क्षेत्र में भारतीय पक्ष में होने की संभावना है। शीर्ष स्तरीय सैन्य वार्ता के अगले क्रम में भारत पूर्वी लद्दाख के रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण डेपसांग और डेमचोक क्षेत्र से सैनिकों के डिसएंगेजमेंट पर जोर दे सकता है।
विदेश मंत्रालय और आईटीबीपी के अधिकारियों होंगे शामिल
विदेश मंत्रालय और आईटीबीपी के अधिकारियों के भी वार्ता में हिस्सा लेने की संभावना है। दोनों पक्षों के डीबीओ और सीएनएन जंक्शन से जुड़े मुद्दों के साथ ही अन्य मामलों पर भी चर्चा करने की उम्मीद है। पूर्वी लद्दाख के जिन इलाकों को लेकर विवाद जारी है, उनमें से कई इलाकों से दोनों पक्षों ने सैनिकों की वापसी प्रक्रिया पूरी कर ली है।
चार महीने बाद मिल रहे सैन्य कमांडर
भारत और चीन के बीच कोर कमांडर स्तर की बातचीत चार महीने बाद होने जा रही है। इसके पहले दोनों पक्षों के बीच कोर कमांडर स्तर की बैठक इसी साल अप्रैल में हुई। मई 2020 में चीन के वास्तविक नियंत्रण रेखा पर यथास्थिति को आक्रामक तरीके से बदलने की कोशिश करने के बाद से ही दोनों देशों के बीच तनाव बरकरार है।