FD में निवेश करने के लिए ट्रांसफर किए थे पैसे
कथित धोखाधड़ी की शिकार श्वेता शर्मा ने अपने अमेरिकी खाते से निजी क्षेत्र के ऋणदाता ICICI बैंक में पैसे ट्रांसफर किए थे। उन्हें उम्मीद थी कि बैंक इस राशि को सावधि जमा (FD) में निवेश करेगा। विदेश में रहने के बाद 2016 में भारत लौटीं श्वेता शर्मा ने चार वर्षों में ICICI बैंक में अपनी जीवन भर की बचत लगभग ₹13.5 करोड़ जमा की। उन्हें उम्मीद थी कि ब्याज के साथ यह बढ़कर ₹16 करोड़ हो जाएगा। श्वेता शर्मा ने बताया कि मुझे कभी भी संदेह नहीं हुआ कि कुछ भी गड़बड़ है। दरअसल शाखा प्रबंधक मुझे बैंक की स्टेशनरी पर सभी जमाओं के लिए उचित रसीदें देता था। नियमित रूप से मुझे अपने ICICI खाते से ईमेल भेजता था। साथ ही कभी-कभी दस्तावेज़ों के फ़ोल्डर भी लेकर आता था।
धोखाधड़ी ऐसे आई सामने
जनवरी,2024 में धोखाधड़ी तब सामने आई जब उसी शाखा के एक अन्य कर्मचारी ने पैसे पर बेहतर रिटर्न की पेशकश की। महिला को पता चला कि उसकी सभी FD गायब हो गई थीं। जमा राशि पर ₹2.5 करोड़ का ओवरड्राफ्ट भी लिया गया था। श्वेता शर्मा ने बताया कि उसने प्रबंधक ने मुझे फर्जी बयान दिए। मेरे नाम से फर्जी ईमेल आईडी बनाई और बैंक रिकॉर्ड में मोबाइल नंबर के साथ छेड़छाड़ की, ताकि मुझे निकासी की कोई सूचना न मिले।
ICICI बैंक ने क्या कहा-
ICICI के प्रवक्ता ने स्वीकार किया कि ग्राहक के साथ वास्तव में धोखाधड़ी हुई है। साथ ही बैक को भी धोखा दिया गया है। जांच लंबित रहने तक आरोपी प्रबंधक को निलंबित कर दिया गया है। बैंक की ओर से दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) में भी शिकायत दर्ज कराई है। जांच पूरी होने तक इंतजार करना होगा। आरोप सच साबित होने पर उसे ब्याज समेत सारा पैसा वापस मिल जाएगा।