भारतीय जनता पार्टी (BJP) की निलंबित प्रवक्ता नुपुर शर्मा के बयान पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। नुपुर के पैगंबर पर कथित विवादित टिप्पणी के खिलाफ शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हिंसा भड़क उठी थी। देश के कई राज्यों में लोग सड़कों पर उतर आए और इस मामले में विरोध प्रदर्शन किया। वहीं बंगाल के हावड़ा जिले में यह प्रदर्शन हिंसक हो उठा, भड़की हिंसा के बाद यहां भारी पुलिस फोर्स तैनात की गई थी इसके बावजूद शनिवार को हावड़ा में सुबह फिर पथराव हुआ।
इस दौरान लोगों ने आगजनी भी की। तैनात पुलिस फोर्स के ऊपर लोगों ने जमकर पत्थर फेंके। हालात काबू करने के लिए पुलिस ने लोगों को लाठियां पटकर खदेड़ा। आंसू गैस के गोले छोड़े गए। हावड़ा में कानून व्यवस्था की खराब स्थिति को देखते हुए यहां के पुलिस कमिश्नर और पुलिस अधीक्षक (SP) को बदल दिया गया है।
इस दंगे के बीच ममता बनर्जी सरकार ने आदेश में कहा गया है कि गैरकानूनी गतिविधियों के बारे में किसी भी तरह की अफवाह को फैलने से रोकने के लिए इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है। अफवाहों और गैरकानूनी गतिविधियों को रोकने के लिए 14 जून को सुबह 6 बजे तक मुर्शिदाबाद के बेलडांगा में इंटरनेट सेवाएं निलंबित की गई हैं। वहीं पूरे हावड़ा जिले में 13 जून को सुबह छह बजे तक के लिए इंटरनेट सेवायें बंद कर दी गई हैं। दूसरी तरफ हिंसा प्रभावित इलाकों समेत संपूर्ण जिले में दंड प्रक्रिया संहिता (CRPC) की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू किया गया है, जो की 15 जून तक लागू रहेगा।
आपको बता दें, इससे पहले पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से अपील करते हुए कहा कि कानून तोड़ने वालों से सख्ती से निपटा जाए और इस घटना में शामिल लोगों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जाए। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा था, “9 मई से बिगड़ती कानून-व्यवस्था की स्थिति से चिंतित हूं। निष्क्रिय पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव, बंगाल पुलिस और कोलकाता पुलिस दुर्भाग्यपूर्ण रूप से कानून का उल्लंघन करने वालों की आपराधिकता का समर्थन करती है।”
गौरतलब है कि प्रदर्शनकारी धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाली टिप्पणी के लिए निलंबित भाजपा नेताओं की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। भाजपा ने पैगंबर पर टिप्पणी को लेकर मुस्लिम देशों से तीखी प्रतिक्रिया आने के बाद पांच जून को नुपुर शर्मा को पार्टी से निलंबित कर दिया था और नवीन कुमार जिंदल को पार्टी से निष्कासित कर दिया था।