मौसम विभाग ने जारी किया ‘ऑरेंज अलर्ट’
मौसम विज्ञानियों ने एक ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है, जिसमें 16 अगस्त तक गरज और बिजली के साथ भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना का संकेत दिया गया है। इसके बाद ‘पीली चेतावनी’ जारी की गई है, जो निरंतर सतर्कता की आवश्यकता का संकेत देती है। नाहन में शुक्रवार रात से 169 मिमी बारिश हुई है, जबकि सैंडहोल में 106 मिमी बारिश हुई है। नगरोटा सूरियां और जुब्बरहट्टी सहित अन्य क्षेत्रों में भी भारी बारिश हुई है।
IMD ने जारी की बाढ़ की चेतावनी
मौसम विभाग ने रविवार की सुबह तक मंडी, सिरमौर, शिमला और कुल्लू के अलग-अलग इलाकों में अचानक बाढ़ के मध्यम खतरे के प्रति आगाह किया है। हमीरपुर उपायुक्त ने जनता को खराब मौसम के दौरान जल निकायों से दूर रहने और पेड़ों के नीचे आश्रय लेने से बचने की सलाह दी है। राज्य शोक में है, 27 जून से अब तक मानसून के प्रकोप से सौ से अधिक लोगों की जान चली गई है और लगभग 845 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है, जो प्रकृति की अथक शक्ति और उसके लोगों की स्थायी भावना को दर्शाता है।
Weather Update : 100 से अधिक सड़क मार्ग प्रभावित
कुल्लू जिले में 37 सड़क मार्ग प्रभावित हुए हैं। इनमें सबसे ज्यादा असर निरमंड उपमंडल में 38 सड़कों, बंजार में छह सड़कों और कुल्लू उपमंडल में तीन सड़कों पर पड़ा है, जहां यातायात ठप हो गया है। ये सड़कें भारी बारिश के कारण क्षतिग्रस्त हो गई हैं। मंडी जिले में 29 सड़क मार्ग यातायात के लिए बाधित हैं। इस क्षेत्र में सबसे ज्यादा नुकसान धर्मपुर उपमंडल में हुआ है, जहां नौ सड़क मार्ग प्रभावित हैं। इसके अलावा सिराज में सात, पद्धर में चार, सरकाघाट में चार, थलौट में तीन और जोगिंदरनगर में दो सड़कें बारिश से प्रभावित हुई हैं। इसके अलावा शिमला में 17 सड़कें, एक पुल और कांगड़ा में चार, किन्नौर में चार और लाहौल-स्पीति में एक सड़क मार्ग भी यातायात के लिए अवरुद्ध है।
Weather News : 18 घंटे बंद रहा निगुलसारी में राजमार्ग-5
हिमाचल प्रदेश के आदिवासी जिले किन्नौर में स्थित निगुलसारी में राजमार्ग-5 पर चलना चुनौतीपूर्ण हो गया है। मूसलाधार बारिश के कारण आसपास की पहाड़ियों से लगातार हो रहे भूस्खलन ने हजारों लोगों को खतरनाक यात्रा करने के लिए मजबूर कर दिया है। लगभग 18 घंटे तक बंद रहने के बाद शनिवार अपराह्न करीब 3ः30 बजे राजमार्ग को यातायात के लिए फिर से खोल दिया गया, जिससे यात्रियों को काफी राहत मिली। यह उजागर करना महत्वपूर्ण है कि इस महत्वपूर्ण राजमार्ग की लगातार रुकावटों के कारण सैन्य कर्मियों सहित नागरिकों को खतरनाक परिस्थितियों में यात्रा करनी पड़ रही है।