कैलिफोर्निया के नाम दर्ज है गर्मी का वैश्विक रिकॉर्ड
गिनीज बुक में गर्मी का वैश्विक रिकॉर्ड कैलिफोर्निया के नाम दर्ज है, जहां 1913 में पारा 56.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। दो दिन पहले दिल्ली के मुंगेशपुर में पारा 52.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
उत्तर भारत और पूर्वी भारत में प्रचंड गर्मी
पिछले दो हफ्ते से मध्य भारत, उत्तर भारत और पूर्वी भारत में प्रचंड गर्मी पड़ रही है। शुक्रवार को दिल्ली सहित कई राज्यों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया। मानसून के समय से दो दिन पहले केरल पहुंचने के बाद आइएमडी ने कहा था कि धीरे-धीरे तापमान में कमी आएगी और मानसून आगे बढऩे से राहत मिलेगी, लेकिन नागपुर में चढ़ते पारे ने लोगों को बेचैन कर दिया है।
तापमापी पर सवाल
दिल्ली के मुंगेशपुर में बुधवार को अधिकतम तापमान 52.9 डिग्री सेल्सियस बताए जाने के बाद आईएमडी के तापमापी सेंसर पर सवाल उठ रहे हैं। आईएमडी की सेंसर की त्रुटि की जांच के बीच मौसम विज्ञानियों ने स्पष्ट किया कि देश में तापमान इतना अधिक नहीं बढ़ सकता। निजी एजेंसी स्काइमेट के प्रवक्ता महेश पलावत का मानना है कि तापमान मापक यंत्र में गड़बड़ी के कारण इतना अधिक तापमान रीड कर लिया गया। अगर तापमान 53 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच जाएगा तो समझा जा सकता है कि क्या हाल होगा।
लू से अब तक 270 लोगों की गई जान
देश में प्रचंड लू से अब तक 270 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा 162 लोगों की जान गई। गुरुवार तक बिहार में 65 और ओडिशा में 41 लोगों की मौत हो चुकी थी। झारखंड की राजधानी रांची में भी 11 लोगों की जान गई। इसके अलावा देशभर में अस्पतालों में हीट स्ट्रोक की चपेट में आए सैकड़ों लोगों का इलाज किया जा रहा है।
असम के 9 जिलों में बाढ़, दो लाख प्रभावित
उत्तर-पश्चिम भारत जहां गर्मी से तप रहा है, वहीं चक्रवात रेमल के कारण असम में बाढ़ के हालात बने हुए हैं। राज्य के नौ जिलों में बाढ़ के कारण दो लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं। छह लोगों की मौत हो गई। हजारों लोगों ने 110 राहत शिविरों में शरण ले रखी है। राज्य का 3238.8 हेक्टेयर फसल क्षेत्र जलमग्न है। ब्रह्मपुत्र और बराक नदियों के साथ उनकी सहायक नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। कई राजमार्ग और तटबंध क्षतिग्रस्त हो गए हैं। मानसून के कारण कई इलाकों में भारी बारिश के आसार हैं।