वहीं इंडियन नेशनल लोकदल (INLO) के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने भी मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखकर एक अक्टूबर को होने वाले मतदान की तारीख को आगे बढ़ाने की मांग की। चौटाला ने पत्र में लिखा कि चुनाव आयोग की अधिसूचना के अनुसार हरियाणा राज्य में चुनाव प्रक्रिया पांच सितंबर से शुरू होगी, मतदान एक अक्टूबर को होगा और वोटों की गिनती चार अक्टूबर को होगी। वहीं इस मामले को लेकर अब भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने कहा कि यह मांग कर भाजपा ने हार स्वीकार कर ली है।
एक साथ पड़ रही हैं छह छुट्टियां
उन्होंने देश के मुख्य चुनाव आयुक्त को ध्यान दिलाते हुए लिखा कि मतदान के दिन से पहले दो राजपत्रित छुट्टियां हैं, यानी 28 सितंबर को शनिवार और 29 सितंबर को रविवार है। एक अक्टूबर को भी मतदान अवकाश है और उसके बाद दो राजपत्रित छुट्टियां होंगी। दो अक्टूबर को महात्मा गांधी जयंती और तीन अक्टूबर को महाराजा अग्रसेन जयंती है। कर्मचारियों को कर्मचारियों 30 सितंबर को अवकाश लेने की जरूरत है। इसके बाद छह छुट्टियां हो जाएंगी।
छह छुट्टियों से 20 फीसदी तक मतदान गिर सकता है।
मतदान में आ सकती है गिरावट
ऐसे लंबे सप्ताहांत पर लोग छुट्टियों पर जाते हैं। यह मतदान को प्रभावित कर सकता है। मत प्रतिशत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा और मतदान प्रतिशत में 15 से 20 प्रतिशत की कमी होने की संभावना है। इसके अलावा चुनाव के लिए कर्मचारियों के प्रशिक्षण के साथ-साथ चुनाव की तैयारी पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। ऐसे में मतदाताओं की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने और मतदान प्रतिशत को अधिकतम करने के लिए मतदान तिथि को दो सप्ताह आगे तक बढ़ाया जाना चाहिए।