इसके साथ ही उसने कहा कि संसद की नींव 13 दिसंबर को हिल गई और खालिस्तान जनमत संग्रह के लिए मतदाता रजिस्ट्रेशन की शुरुआत के साथ हिलती रहेगी। बता दें कि सिख्स फॉर जस्टिस भारत में एक प्रतिबंधित संगठन है जो पंजाब को देश से अलग करके खालिस्तान बनाने की मांग करता है।
वीडियो जारी कर दिया था धमकी
बता दें कि इस खालिस्तानी आतंकी ने कुछ दिनों पहले एक वीडियो जारी कर भारत को धमकी दिया था। उसने अपने वीडियो में 2001 के संसद हमले के दोषी अफजल गुरु का पोस्टर और ‘दिल्ली बनेगा खालिस्तान’ जैसा शीर्षक देने के साथ कहा था कि भारतीय एजेंसियों द्वारा उसे मारने की साजिश विफल हो गई। अब वह 13 दिसंबर या उससे पहले संसद पर हमला करके इसका जवाब देगा। हालांकि अभी तक की जांच में आरोपियों का पन्नू के साथ कोई सीधा संबंध नहीं निकला है।
22 साल पहले हुआ था संसद पर हमला
बता दें कि संसद में यह घटना उस दिन हुई है, जब लोकतंत्र के मंदिर पर आतंकी हमले की 22वीं बरसी थी। 22 साल पहले 13 दिसंबर, 2001 को संसद पर आतंकी हमला हुआ था, जिसमें सुरक्षाकर्मियों समेत नौ लोग मारे गए थे और 18 लोग घायल हुए थे। वहीं, युवकों के इस तरह से घटना को अंजाम देने पर सब लोगों को 22 साल पुराना मंजर फिर से याद आ गया।
घटना में शामिल 5 आरोपी गिरफ्तार
संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान सुरक्षा में भारी चूक का मामला सामने आया है। संसद भवन पर हमले की बरसी के दिन लोकसभा की सुरक्षा में बड़ी चूक हुई। बुधवार को लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दो युवक दर्शक दीर्घा से नीचे कूद गए। सदन में शख्स ने कुछ स्प्रे भी किया। इस पूरे घटना क्रम में 6 लोगों के शामिल होने की अब तक पुष्टी हो चुकी है।
वहीं, संसद में उत्पात मचाने वालों की मदद करने वाले को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। अब छठे आरोपी ललित की तलाश की जा रही है। बताया जा रहा है कि पांचवे आरोपी विशाल ने ही सागर, मनोरंजन, अनमोल और नीलम को 12 दिसंबर को गुरुग्राम स्थित अपने घर पर पनाह दी थी। इन चारों की निशानदेही पर विशाल की गिरफ्तारी हो पाई।