सरकार पर हमलावर है विपक्ष
बता दें कि भारत के अधिकतर शहरों में पेट्रोल 100 रुपए प्रति लीटर के पार चला गया है और लगभग हर रोज 35 पैसे महंगा हो रहा है। 4 अक्टूबर 2021 से 25 अक्टूबर तक पेट्रोल की औसत कीमत में यहां 8 रुपए से अधिक की बढ़ोतरी हो चुकी है। इसके साथ ही डीजल और रसोई गैस की कीमतें भी लगातार बढ़ रही है। वहीं इन मुद्दों को लेकर विपक्ष भी लगातार सरकार पर हमलावर है। अभी हाल में पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा था कि जेबकतरों से सावधान रहें।
केंद्र की ओर से किए गए इस ऐलान से लोगों को काफी राहत मिली है। सरकार के इस फैसले से किसान काफी खुश नजर आ रहे हैं क्योंकि कुछ ही दिनों में रबी का सीजन आ रहा है। वहीं माना जा रहा है कि खासतौर से किसानों की परेशानी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने यह फैसला लिया है। सरकार के इस फैसले के बाद अब पेट्रोल और डीजल पर वैट कम करने की भी उम्मीद बढ़ गई है।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार पेट्रोल और डीजल पर सबसे अधिक उत्पाद शुल्क जुटाती है। पिछले साल पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क को 19.98 रुपए से बढ़ाकर 32.9 रुपए प्रति लीटर कर दिया गया था। इसी तरह डीजल पर शुल्क बढ़ाकर 31.80 रुपए प्रति लीटर किया गया था। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतें सुधार के साथ 85 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गई हैं और मांग लौटी है, लेकिन सरकार ने उत्पाद शुल्क नहीं घटाया था। इस वजह से आज देश के सभी बड़े शहरों में पेट्रोल 100 रुपए प्रति लीटर के पार पहुंच गया है। वहीं डेढ़ दर्जन से अधिक राज्यों में डीजल शतक लगा चुका है।