Global Warming: हमारी पृथ्वी बुखार से तप रही है। 21 जुलाई के बाद से लगातार चार दिन पृथ्वी के इतिहास में अब के सबसे गर्म दिन दर्ज किए गए हैं। यूरोप स्थित कॉपरनिकस क्लाइमेट चेंज सर्विस के अनुसार, 21 जुलाई को पृथ्वी का औसत तापमान रिकॉर्ड 17.9 डिग्री दर्ज किया गया। इसके अगले ही दिन तापमान ने फिर रिकॉर्ड स्तर 17.16 का स्तर छुआ। इसके बाद 23 जुलाई को कुछ कम हुआ और 24 जुलाई को भी 17.9 दर्ज किया गया। दर्ज इतिहास में पृथ्वी इससे अधिक गर्म कभी नहीं रही। वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि जिस तरह से पृथ्वी का औसत तापमान पिछले साल के जुलाई माह से ही 1.5 डिग्री (2.7 डिग्री फेरेनाइट) ज्यादा बना हुआ है, वह ग्लोबल वॉर्मिंग के लिए हालात बद से बदतर होने की चेतावनी दे रहे हैं। वैज्ञानिकों ने डर जताया है कि इससे पृथ्वी पर मानव जीवन को संभव बनानी वाली मौसम प्रणाली के बिखरने की शुरुआत हो सकती है। वहीं, यूएन की एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार दुनिया के 10 सबसे गर्म स्थानों में राजस्थान का चुरू भी है, जहां तापमान 50 डिग्री से अधिक दर्ज किया गया।
संयुक्त राष्ट्र की एक हालिया रिपोर्ट ‘यूनाइटेड नेशन्स कॉल टू एक्शन ऑन एक्सट्रीम हीट’ के अनुसार, भारत में इस साल भीषण गर्मी के चलते मध्य जून तक 40000 से ज्यादा हीट स्ट्रोक के मामले देखे गए और 100 से ज्यादा मौतें हो गईं। रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में दुनिया के जिन 10 स्थानों में सबसे अधिक 50 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान दर्ज किया गया, उसमें अमरीका की कैलिफोर्निया स्थित डेथ वैली, चीन के सनबाओ के साथ-साथ भारत में राजस्थान का चुरू जिला भी है।
ईरान में रिकॉर्ड गर्मी, बंद किए गए सरकारी कार्यालय
ईरान में पिछले 48 घंटों के दौरान ईरान की राजधानी तेहरान में तापमान सबसे गर्म घंटों के दौरान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। शनिवार और रविवार को राजधानी तेहरान में तापमान 41 डिग्री सेल्सियस तक के स्तर तक पहुंचा। गर्म मौसम के कारण यहां सभी सरकारी केंद्र, संगठन और बैंक रविवार को बंद रखे गए। ईरानी सरकार के हवाले से बताया कि देश में अभूतपूर्व उच्च तापमान जारी रहने के कारण नागरिकों के स्वास्थ्य की रक्षा और घरेलू ऊर्जा खपत के प्रबंधन के लिए यह निर्णय लिया गया। वहीं, देश भर के सभी सरकारी केंद्रों ने शनिवार को स्थानीय समयानुसार सुबह 6:00 बजे से अपना कार्य समय घटाकर चार घंटे कर दिया। ईरान में पिछले 24 घंटों के दौरान, तेहरान के दक्षिण-पूर्व में स्थित वरामिन काउंटी प्रांत का सबसे गर्म क्षेत्र रहा, जहां अधिकतम तापमान 43.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।
हीलियम बैलून बन रही है पृथ्वी
पृथ्वी का तापमान जिस तेजी से हर रोज नए रिकॉर्ड बना रहा है, ऐसे में हमारे पास अब स्थिति की भयावहता को समझाने के लिए कोई उपमा या रूपक नहीं है। हमारी पृथ्वी अब एक हीलियम बैलून बनती जा रही है, जिसको काबू में रखना मुश्किल होता जा रहा है। कार्लो बुओनटेम्पो, डायरेक्टर, कॉपरनिकस क्लाइमेट चेंज सर्विस