गौरतलब है इस समय पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तट पर कम अवदाव का क्षेत्र बना हुआ है। यह क्षेत्र मौसम के लिहाज से भी आज संवदेनशील है। इस समय गंगीय पश्चिम बंगाल पर गहरा दबाव गंगीय पश्चिम बंगाल और उससे सटे बांग्लादेश पर गहरा अवदाब पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम की ओर बढ़ गया।
पिछले 6 घंटों के दौरान 18 किमी प्रति घंटे की गति से गंगा के तटवर्ती पश्चिम बंगाल के ऊपर अक्षांश 22.4° उत्तर और देशांतर 88.3° पूर्व, कोलकाता (पश्चिम बंगाल) से 20 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम, बांकुरा (पश्चिम बंगाल) से 170 किमी दक्षिणपूर्व, जमशेदपुर (झारखंड) से 220 किमी पूर्व-दक्षिणपूर्व और रांची (झारखंड) से 320 किमी पूर्व-दक्षिणपूर्व में केंद्रित है।
इसके गंगीय पश्चिम बंगाल में लगभग पश्चिम की ओर बढ़ने और आज, 14 सितंबर को गहरे अवदाब की, तीव्रता बनाए रखने की संभावना है। इसके बाद, अगले 48 घंटों के दौरान यह अवदाब के रूप में झारखंड और उत्तरी छत्तीसगढ़ में लगभग पश्चिम की ओर बढ़ता रहेगा। कोलकाता में डॉपलर मौसम रडार द्वारा गहरे अवदाब की निरंतर निगरानी की जा रही है।
ओडिशा में देर दोपहर आया भूकंप
इससे पहले ओडिशा के सुंदरगढ़ में 3.4 तीव्रता का भूकंप आया। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र ने बताया कि यह भूकंप 2 बजकर 54 मिनट पर आया। इसकी गहराई का केंद्र 10 किलोमीटर रहा। इसकी तीव्रता कम थी। ऐसे में धरातल पर भूकंप का कोई असर नहीं देखा गया और न ही कोई जनहानि हुई।
सुबह सुबह हिल गई करगिल की धरती
आज सुबह सबसे पहला भूकंप लद्दाख के अंतर्गत कारगिल में आज सुबह आठ बजकर 01 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस हुए हैं। सुबह-सुबह भूकंप आने से इलाके में अफरा-तफरी मच गई। घबराहट में लोग अपने अपने घरों को छोड़कर बाहर निकल आए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार रिक्टर स्केल पर 3.8 की तीव्रता आंकी गई है। भूकंप की गहराई धरती की सतह से 05 किलोमीटर नीचे थी। सुबह सुबह आए भूकंप से करगिल और लद्दाख के लोग घबरा गए। भूकंप से किसी के हताहत होने की खबर है।