सफदरजंग ही नहीं, कई और अस्पतालों में भी डेंगू जानलेवा साबित हो रहा है। हालांकि, एमसीडी के आंकड़ों में अब तक दिल्ली में डेंगू की वजह से सिर्फ एक मौत हुई है और 1006 मामले की पुष्टि हुई है। लेकिन अस्पतालों में डेंगू के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं। जमीन पर हो रहा इलाज
सफदरजंग अस्पताल में डेंगू के मरीजों को बेड्स नहीं मिल रहे हैं। वहीं, आरएमएल, एम्स, मैक्स, गंगाराम जैसे बड़े अस्पतालों में भी डेंगू मरीज के बेड्स फुल हो चुके हैं।
डॉक्टरों का कहना है कि वॉर्ड पूरी तरह से फुल हैं। ओपीडी में भी फीवर के 50 फीसदी मरीज डेंगू के ही हैं। डॉक्टरों ने यह भी कहा कि इस बार डेंगू का डेन टू स्ट्रेन एक्टिव है, जो सबसे ज्यादा खतरनाक होता है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीते 24 घंटे में करीब 70 नए मरीज डेंगू के एडमिट हुए हैं। यही वजह है कि यहां के वॉर्ड में मरीज जमीन पर लेटकर इलाज कराने को मजूबूर हैं।
दिल्ली के आसपास के इलाके से डेंगू के सीवियर मरीज भी इलाज के लिए राजधानी के अस्पताल पहुंच रहे हैं। यह भी एक बड़ी वजह है दिल्ली के अस्पतालों में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। मैक्स अस्पताल में डेंगू बेड फुल हो चुके हैं, कुछ ऐसा ही हाल गंगाराम अस्पताल का भी है। यहां पर वॉर्ड और इमरजेंसी में डेंगू के ही अधिकांश मरीज हैं।