आईएमडी के मुताबिक 8 दिसंबर के बाद ठंड बढ़ने का पूर्वानुमान है। मौसम विभाग ने बताया कि मंगलवार के बाद से बर्फीली हवाएं राजधानी में पहुंचना शुरू हो जाएंगी। इसकी वजह से दिन के तापमान में दो से तीन डिग्री की गिरावट दर्ज की जा सकती है।
यह भी पढ़ेंः
Delh Air Pollution: दिल्ली में गहरा रहा सांसों का संकट, कई इलाकों में दमघोंटू हवा, जानिए कहां पहुंचा AQIछाया रहेगा कोहरा दिल्ली में पिछले कुछ दिनों वायु प्रदूषण ने लोगों को जीना दुभर कर रखा है, लेकिन इस बीच एक और मुश्किल राजधानीवासियों के लिए परेशानी का सबब बन सकती है। दरअसल मंगलवार से राजधानी दिल्ली कोहरे की चपेट में आने के आसार बने हुए हैं। मौसम विभाग के मुताबिक सुबह और देर शाम दिल्ली के कई इलाकों में कोहरा छाए रहने की संभावना बनी हुई है।
इसके साथ ही उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में सुबह के समय कोहरा छाया रह सकता है। लुढ़केगा पारा
दिल्ली में तापमान की बात करें तो एक दिन पहले यानी रविवार को राजदानी में अधिकतम तापमान 25.6 डिग्री दर्ज किया गया। जो सामान्य से एक डिग्री ज्यादा रहा। लेकिन मौसम विभाग के मुताबिक अब मौसम करवट लेगा और तापमान में तीन से चार डिग्री की गिरावट दर्ज की जा सकती है। मंगलवार के बाद दिल्ली का अधिकतम तापमान 21 डिग्री के आसपास रहने के आसार बने हुए हैं।
इसी तरह रविवार को न्यूनतम तापमान 11.4 डिग्री दर्ज किया गया। दिसंबर के मुताबिक यह सामान्य से दो डिग्री रहा । हवा में नमी का स्तर 54 से 95 प्रतिशत तक रहा। मौसम विभाग के अनुसार सोमवार को आंशिक तौर पर बादल देखने को मिलेंगे। हल्का कोहरा छाया रहेगा। अधिकतम तापमान 25 और न्यूनतम तापमान 12 डिग्री रहने के आसार हैं। जबकि 8 दिसंबर से अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी।
यह भी पढ़ेँः दिल्ली में भी ओमिक्रॉन वैरिएंट की एंट्री! LNJP में 12 संदिग्ध मरीजों के भर्ती होने के बाद मचा हड़कंप पहाड़ों पर बर्फबारी का असरमौसम की जानकारी देने वाली निजी संस्था स्काईमेट वैदर के मुताबिक पहाड़ी इलाकों में हो रही बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में दिखाई देने वाला है। खास तौर पर राजधानी दिल्ली में बर्फीली हवाएं चलेंगी, जिसकी वजह से शीत लहर की संभावना भी बनी हुई है। यानी अब दिल्लीवासियों का सामना कड़ाके की ठंड से होगा।
दिल्ली के साथ-साथ पंजाब हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के उत्तरी जिलों में हल्की बारिश के साथ एक दो स्थानों पर मध्यम बारिश के आसार बने हुए हैं।
दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में अब बारिश की संभावना कम है। इस वेस्टर्न डिस्टरबेंस का असर 6 दिसंबर तक पहाड़ी राज्यों में देखा जा सकता है।