इन कॉलेजों में एबीवीपी की तरफ से घोषित संभावित उम्मीदवार छात्रों से बात कर उन्हें एबीवीपी नीत डूसू के पिछले एक साल के उपलब्धियों से अवगत करवाएंगे। एबीवीपी का कहना है कि छात्रों की समस्याओं को गूगल फॉर्म के माध्यम से जानने का प्रयास भी किया जाएगा। एबीवीपी दिल्ली के प्रांत मंत्री हर्ष अत्री का कहना है कि दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए उत्सव होता है, इसलिए इसकी महत्ता और बढ़ जाती है।
हर्ष अत्री ने कहा कि हमने दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव के लिए संभावित उम्मीदवारों की सूची जारी की है, जो दिल्ली विश्वविद्यालय के कॉलेजों में जाकर एबीवीपी नीत डूसू के पिछले एक साल के कामकाज को विद्यार्थियों के सामने रख रहे हैं। इसके साथ ही छात्रों से उनकी समस्या जानने का प्रयास भी किया जा रहा है। इससे हमें दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों की आवश्यकताओं एवं अपेक्षाओं के लिए पुन: एक मसौदा मिल सकेगा। इसको लेकर हम छात्रों के हित में नए स्तर पर कार्ययोजना बना सकेंगे। हम जल्द ही अंतिम चार उम्मीदवारों के नाम की सूची भी जारी करेंगे।”
डूसू अध्यक्ष तुषार डेढ़ा ने बताया कि दिल्ली विश्वविद्यालय में स्टूडेंट सेंटर का निर्माण प्रारंभ होना एबीवीपी की महत्वपूर्ण उपलब्धि है। कुल 3,248 विद्यार्थियों की समस्याओं का समाधान हुआ। पीजी और फ्लैट्स में रहने वाले छात्रों को अनियंत्रित किराए से बचाने के लिए रेंट कंट्रोल अधिनियम लाने के लिए दिल्ली सरकार के विरुद्ध आंदोलन किया गया। डीयू के 12 कॉलेजों को अंबेडकर यूनिवर्सिटी में शामिल करने के दिल्ली सरकार के कुप्रयास का विरोध किया।