‘निर्दोष को गिरफ्तार करना घोर अन्याय होगा’
हाई कोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश मनमोहन और न्यायमूर्ति तुषार राव गेडेला की पीठ ने कहा कि यहां अजीब जांच की जा रही है जिसमें दिल्ली पुलिस एक ऐसे व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई कर रही है जो यहां ओल्ड राजेंद्र नगर में कोचिंग सेंटर के बाहर कार लेकर गुजरा था, लेकिन वह दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है।अदालत ने इस बात पर जोर दिया कि पुलिस अपराधियों को गिरफ्तार करके और निर्दोषों की रक्षा करके सम्मान अर्जित करती है। हाईकोर्ट ने पुलिस को चेतावनी देते हुए कहा कि निर्दोष को गिरफ्तार करना और दोषियों को छोड़ देना घोर अन्याय होगा।
‘कुछ संस्थानों ने खुद को कानून से ऊपर मान लिया’
दिल्ली हाईकोर्ट ने सुनवाई के दौरान पिछले दिनों दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में बेसमेंट में बाढ़ का पानी भर जाने के चलते तीन सिविल सेवा की तैयारी करने वाले छात्रों की मौत को लेकर नगर निगम की भी खिंचाई की। कोर्ट ने कहा कि कुछ संस्थानों ने खुद को कानून से ऊपर मान लिया है इसलिए कुछ जवाबदेही तय होनी चाहिए। यूपी की एक, दक्षिण के दो स्टूडेंट्स की बेसमेंट में हो गई थी मौत
दिल्ली पुलिस ने
Rau’s IAS Study Circle कोचिंग सेंटर के मालिक और समन्वयक को गिरफ्तार कर लिया गया था। राव आईएएस स्टडी सर्किल के मालिक पर तीन छात्रों की गैर इरादतन हत्या का आरोप लगाया गया। दिल्ली में बाढ़ के चलते उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद की श्रेया यादव (25 वर्ष), तेलंगाना की तान्या सोनी (25 वर्ष) और केरल के एर्नाकुलम नेविन डेल्विन (24)की मौत हो गई थी।
हाईकोर्ट ने MCD के अधिकारियों की लगाई क्लास
हाईकोर्ट ने पूछा कि नगर निगम के अधिकारियों ने राजेंद्र नगर में नालों में बरसात के पानी के निकास की समस्या के बारे में आयुक्त को सूचित क्यों नहीं किया? कोर्ट ने अधिकारियों को डांट पिलाते हुए कहा कि “यह एक आदर्श सी स्थिति बन गई है और एमसीडी अधिकारियों को इसकी कोई परवाह नहीं है”।