राहुल गांधी ने की सीलमपुर में रैली
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने 13 जनवरी दिल्ली के सीलमपुर विधानसभा क्षेत्र में रैली की। दरअसल, सीलमपुर विधानसभा सीट पर मुस्लिम वोटरों का काफी प्रभाव है। एक समय दिल्ली में मुस्लिम वोटर कांग्रेस का होता था, लेकिन बाद में आम आदमी पार्टी के पास चला गया। इस सीट पर अल्पसंख्यकों वोटरों को लुभाने के लिए कांग्रेस ने राहुल गांधी की रैली कराई। इस सीट पर 2020 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी मतीन अहमद को 15.61 प्रतिशत वोट मिले थे। इस बार AAP को मुस्लिम वोटर छिटकने का है डर
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में आम आदमी पार्टी को मुस्लिम वोटर छिटकने का डर है। दरअसल, दिल्ली में 2020 में दंगे हुए थे। इन दंगों को दिल्ली का मुस्लिम वोटर अभी तक नहीं भुला है। 2020 में दिल्ली दंगों पर आम आदमी पार्टी मूक दर्शक बन गई थी। इसके अलावा आम आदमी पार्टी का हिंदुत्व की ओर झुकाव भी खेल बिगाड़ सकता है। केजरीवाल ने पुजारियों और ग्रंथियों को 18 हजार रुपये हर महीने देने की घोषणा की है वहीं मौलवियों को 17 महीने से वेतन नहीं मिला है। इसको लेकर मौलवियों ने प्रदर्शन भी किया था।
कांग्रेस और AAP का AIMIM भी बिगाड़ सकती है खेल
दिल्ली विधानसभा चुनाव में
असुदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ने भी एंट्री कर ली है। ओवैसी की नजर भी मुस्लिम बहुल सीटों पर है। ओवैसी ने ताहीर हुसैन मुस्तफाबाद से टिकट दिया है। दरअसल, दिल्ली दंगों के दौरान ताहीर हुसैन काफी चर्चा में रहे थे। इसके अलावा करावल नगर से इशरत जहां को प्रत्याशी बनाया है। भले ही दिल्ली चुनाव में AIMIM पूरी सीटों पर नहीं लड़ रही हो लेकिन मुस्लिम सीटों पर आप पर्टी और कांग्रेस का खेल बिगाड़ सकती है।
मुस्लिम वोटर का झुकाव किस ओर
दिल्ली में एक समय मुस्लिम वोटर का कांग्रेस की तरफ झुकाव था। लेकिन बाद में आम आदमी पार्टी की तरफ उनका झुकाव हो गया है। पिछले दो विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला था। विधानसभा चुनाव 2020 में आम आदमी पार्टी ने 62 सीटें जीती थी वहीं बीजेपी ने 8 सीटें जीती थी। हालांकि अब 5 फरवरी को ही पता लगेगा कि दिल्ली का मुस्लिम वोटर किसका साथ देता है। वहीं यूपी-बिहार वाले बयान पर भड़के चिराग पासवान, देखें वीडियो…