उनके अनुसार, 2019 के बाद माहौल में शांति बनी रही, जिससे उनके वापस लौटने और राजपोरा निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने का रास्ता साफ हुआ। इसके अलावा, जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के पहले चरण में नौ महिला उम्मीदवार मैदान में हैं। मैदान में नौ महिला उम्मीदवारों में से पांच कश्मीर संभाग से जबकि चार जम्मू संभाग से चुनाव लड़ रही हैं। जम्मू-कश्मीर में एक दशक के अंतराल के बाद 18 सितंबर 2024 से चुनाव होने वाले हैं।
पुलवामा में किस पार्टी का रहा है दबदबा
पुलवामा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र जम्मू और कश्मीर विधानसभा के 90 निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है। इसे निर्वाचन क्षेत्र 34 के रूप में क्रमांकित किया गया है और यह अनंतनाग लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का भी हिस्सा है। यह निर्वाचन क्षेत्र एक सामान्य सीट है जो अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) के लिए आरक्षित नहीं है। इस निर्वाचन क्षेत्र में मुख्य पार्टियाँ जम्मू और कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (JKPDP) और जम्मू और कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (JKNC) हैं। JKPDP के मोहम्मद खलील बंद ने 2014, 2008 और 2002 में तीन बार पुलवामा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया है। 1996 और 1987 में, JKNC के बशीर अहमद नेंगरू ने निर्वाचन क्षेत्र जीता।