बता दें कि आज इस मामले में दोषियों की सजा का ऐलान होना था। ऐसे में इन दोषियों को कोर्ट लाने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। मामले के सभी दोषी बेउर जेल में थे। इसके चलते जेल से एनआइए कोर्ट तक भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। सुरक्षा के लिए एसपी सिटी के साथ ही डीएसपी स्तर के तीन अधिकारियों और आधा दर्जन थानों की पुलिस को लगाया गया। खुफिया विभाग की टीम के साथ ही एटीएस और एसटीएफ को भी अलग से लगाया गया।
जानकारी के मुताबिक उस दिन नरेंद्र मोदी की रैली से पहले सात धमाके हुए थे। पहला धमाका सुबह 9:30 बजे पटना जंक्शन के प्लेटफार्म नम्बर 10 के शौचालय में हुआ था। दूसरा धमाका सुबह 11:40 बजे गांधी मैदान के बाहर उद्योग भवन के पास हुआ। तीसरा धमाका दोपहर 12:05 बजे गांधी मैदान के बाहर रीजेंट सिनेमा के पास हुआ। इसके बाद चौथा धमाका दोपहर 12:10 बजे गांधी मैदान में बापू की पुरानी प्रतिमा के पास हुआ। इसके अलावा गांधी मैदान के पास ही तीन और धमाके हुए। खास बात यह है कि इन धमाकों के बावजूद नरेंद्र मोदी ने जनसभा को संबोधित किया था।