‘लोगों की भावना आहत हो सकती है’
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने एलजी को लिखे पत्र में कहा कि आपके निर्देश और आपकी स्वीकृति से धार्मिक समिति ने दिल्ली में कई धार्मिक संरचनाओं को ध्वस्त करने का निर्णय लिया है। जैसा कि आप देख सकते हैं कि ध्वस्त की जाने वाली धार्मिक संरचनाओं की सूची में कई मंदिर और बौद्ध पूजा स्थल शामिल हैं, जो दलित समुदाय द्वारा पूजनीय हैं। इन संरचनाओं के ध्वस्त होने से इन समुदायों की धार्मिक भावनाएं आहत होंगी। दिल्ली के लोगों की ओर से मैं आपसे अनुरोध करना चाहूंगी कि संलग्न सूची में दिए गए किसी भी मंदिर और पूजा स्थल को न तोड़ा जाए। दिल्ली में पत्र सियासत जारी
बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का अभी ऐलान नहीं हुआ है। लेकिन इससे पहले दिल्ली में पत्र सियासत तेज हो गई है। दरअसल, सोमवार को दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना ने सीएम को एक पत्र लिखा था। जिसमें उन्होंने
अरविंद केजरीवाल द्वारा काम चलाऊ सीएम कहने पर आहत होने की भी बात कही थी। इसके अलावा एलजी ने सीएम आतिशी के काम की तारीफ की और नए साल की बधाई भी दी। वहीं एलजी ने पत्र में कहा था कि यह ना सिर्फ आपका अपमान था बल्कि आपकी नियोक्ता राष्ट्रपति और उनके प्रतिनिधि के रूप में मेरा भी अपमान था।
आतिशी ने साधा था निशाना
वहीं दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने सोमवार को एलजी के पत्र का जवाब दिया। उन्होंने जवाब देते हुए लिखा कि अरविंद केजरीवाल के दिखाए रास्ते पर ही सरकार चला रही हूं। आप गंदी राजनीति करने की बजाए दिल्ली की बेहतरी पर ध्यान दीजिए। दिल्ली की बेहतरी के लिए पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने साढ़े नौ साल काम किया। दिल्ली की जनता ने अरविंद केजरीवाल को बार-बार जिताया। मैं आपके द्वारा महिला सम्मान योजना में अड़ंगा डालने से महिला होने के नाते व्यक्तिगत रूप से आहत हूं। मैं अरविंद केजरीवाल द्वारा दिखाए रास्ते पर सरकार चला रहीं हूं।
तारीखों का नहीं हुआ ऐलान
बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों का अभी ऐलान नहीं हुआ है। कयास लगाए जा रहे है कि दिल्ली में फरवरी माह में विधानसभा चुनाव हो सकते है। हालांकि विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दलों ने अपनी-अपनी तैयारी तेज कर दी। वहीं आरोप प्रत्यारोप का दौर भी जारी है। विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी ने सभी सीटों पर अपने प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी, वहीं कांग्रेस ने भी अपनी दो सूची जारी कर दी। हालांकि अभी तक बीजेपी की एक भी सूची जारी नहीं हुई है। पार्टियों के द्वारा प्रत्याशियों के ऐलान करने के बीच नेताओं का एक दल से दूसरे दल में जाने का भी सिलसिला जारी है।