टेबल पर पहले की मीटिंग और आगामी मीटिंग्स से सम्बंधित पेपर रखे हुए थे। इन्हीं दस्तावेजों की फोटो क्लिक कर पुलिसकर्मी किसी को भेज रहा था। भाजपा नेताओं का आरोप है कि पुलिसकर्मी बैठक के अंदर मौजूद था,और अपने फोन से राजनीतिक प्रस्ताव की कॉपी को मोबाइल से स्कैन कर रहा था। नेताओं ने उसे पकड़कर स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिया। जिस समय यह घटना हुई, उस समय मीटिंग नहीं चल रही थी। कोई भी नेता वहां मौजूद नहीं था।
वहीं इस घटना को लेकर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल का कहना है, “हम पारदर्शिता के साथ काम करते हैं। अगर आरोपी युवक हमसे वो राजनीतिक प्रस्ताव की कॉपी मांगता को हम खुद उसे दे देते। हम तो अपनी सरकार से जुड़ी सूचनाओं को भी वेबसाइट पर डालते हैं। पकड़ा गया जासूस किसे दस्तावेजों की फोटो क्लिकर कर भेज रहा था अभी इसका पता नहीं चल पाया है। बताया जा रहा है कि दस्तावेजों की कॉपी अभी मीडिया को नहीं दी गई है।
गौरतलब है कि भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक का केंद्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अपने पार्टी कैडर को संबोधित करना है। वहीं इस बैठक को लेकर सबकी निगाहें पीएम के संबोधन और पार्टी के राजनीतिक प्रस्ताव पर है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पार्टी के लिए राजनीतिक प्रस्ताव पेश करेंगे। जानकारी के मुताबिक राजनीतिक प्रस्ताव एक विजन डॉक्यूमेंट है, जिसे आज पारित किया जाएगा।