जानें किस धारा में कितनी मिलती है सजा
धारा 109- इस धारा में हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया जाता है। इस धारा के तहत 10 साल से आजीवन कारावास की सजा हो सकती है। धारा 115- इस धारा में स्वेच्छा से चोट पहुंचाने (voluntarily causing hurt) के अपराध के बारे में बताया गया है। इसके तहत 7 साल की कैद और जुर्माने से दंडित किया जा सकता है।
धारा 117- इसके अनुसार कोई व्यक्ति या दस से अधिक व्यक्तियों की किसी भी संख्या या वर्ग द्वारा किसी अपराध के किए जाने का दुष्प्रेरण करता है, तो उसे एक अवधि के लिए कारावास, जिसे तीन वर्ष तक बढ़ाया जा सकता है या आर्थिक दंड या दोनों से दंडित किया जाएगा।
धारा 125- इसमें अपराध करने वाले व्यक्ति को कारावास की सजा हो सकती है। इस सज़ा की अवधि सात साल तक हो सकती है, इसके अलावा इस अपराध में आर्थिक दंड भी लगाया जा सकता है।
धारा 131- इसमें एक अवधि के लिए कारावास से, जिसे तीन महीने तक बढ़ाया जा सकता है या फिर जुर्माने से, जो एक हजार रुपये तक बढ़ाया जा सकता है या दोनों से दंडित किया जाएगा।
धारा 351- इसमें 2 वर्ष की सजा के साथ अलग से 2 वर्ष तक की कैद की सजा व जुर्माने से दंडित किया जा सकता है। धारा 109- इसमें दस वर्ष तक का कारावास और जुर्माने से भी दंडित किया जा सकता है।
धारा 117- इसमें तीन साल तक की जेल या जुर्माना या दोनों हो सकते हैं।