डायल 112 करके अपनी यात्रा बनाइए सुरक्षित
पुलिस के अनुसार, “सुरक्षित यात्रा” पहल के लिए विभाग ने टेलीफोन नंबर 112 जारी किया है। यह नंबर राज्य पुलिस की आपातकालीन सेवाओं का हिस्सा होगी। महिलाओं को अपनी यात्रा की निगरानी के लिए पुलिस से संपर्क करने के लिए सिर्फ नंबर डायल करना होगा।
15 सितंबर से सभी 38 जिलों में शुरू हो जाएगी यह सुविधा
बिहार से पहले तेलंगाना और हरियाणा में यह सुविधा शुरू की जा चुकी है। यह सुविधा सड़क यात्रा तक ही सीमित है। यह पहल छह जिलों पटना, गया, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, बेगुसराय और नालंदा में एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में 5 सितंबर को शुरू होगी और अंततः 15 सितंबर से सभी 38 जिलों में विस्तारित की जाएगी।
24 घंटे मिलेगी महिलाओं को यह सुविधा
बिहार के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (तकनीकी और वायरलेस) निर्मल कुमार आजाद ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, “हमने देखा है कि डायल 112 की हमारी आपातकालीन सेवा के तहत कॉल करने वालों में 25 प्रतिशत महिलाएं हैं।” उन्होंने कहा कि सुरक्षित यात्रा पहल चौबीसों घंटे उपलब्ध होगी।
त्योहारी सीजन के लिए पुलिस ने शुरू की यह सेवा
पुलिस के अनुसार, इस पहल का तात्कालिक कारण 9 से 13 अक्टूबर तक दुर्गा पूजा के साथ शुरू होने वाले त्योहारी सीजन की शुरुआत है। पुलिस की यह सेवा ऐसे समय में आया है जब कोलकाता में एक डॉक्टर के बलात्कार और हत्या ने राष्ट्रीय स्तर पर आक्रोश पैदा किया है और एक बार महिला सुरक्षा को लेकर एक बार फिर बहस छिड़ गई है।
पुलिस विभाग ऐसे करेगी काम
पुलिस ने बताया कि डायल 112 पर आए कॉल को लेकर विभाग कैसे काम करेगी। पुलिस अधिकारी आजाद के अनुसार, एक पुलिस टीम उस वाहन का विवरण लेगी जिसमें महिला कॉल करने वाली यात्रा कर रही थी और उसकी पूरी यात्रा के दौरान उसका पता लगाएगी। महिला अपनी लाइव लोकेशन भी पुलिस के साथ साझा कर सकती है। इस बीच स्थानीय पुलिस स्टेशनों को अलर्ट पर रखा जाएगा। इसके लिए पुलिस टीमों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है।
देर रात तक यात्रा कर सकेंगी महिलाएं: पुलिस
पुलिस अधिकारी ने कहा, “(पुलिस) टीम नियमित अंतराल पर महिला यात्री को भी कॉल करेगी और यदि उसका फोन पहुंच से बाहर है तो एक आपातकालीन प्रतिक्रिया वाहन महिला के वाहन का पता लगाएगा। इस पहल से महिला यात्रियों का “आत्मविश्वास बढ़ेगा।” उन्होंने कहा, “चूंकि आने वाले त्योहारी सीज़न के दौरान देर रात की यात्राएं हो सकती हैं इसलिए यह पहल काम आ सकती है।”