सियासत के गलियारों में चर्चा तेज
आनंद मोहन की रिहाई पर बिहार से लेकर दिल्ली तक सियासत के गलियारों में चर्चा तेज हो गई है। करीब 17 साल पहले बिहार में गोपालगंज के डीएम जी कृष्णैया की हत्या हुई थी। इस मामले में मुख्य आरोपी और बाहुबली सांसद आनंद मोहन सिंह को आजीवन कारावास की सजा हुई थी। हालांकि हत्या मामले में उनकी सजा पूरी हो गई है।
आनंद मोहन संग 27 अन्य कैदी भी रिहा
अभी पूर्व सांसद आनंद मोहन 15 दिन के पैरोल पर जेल से बाहर आए थे। बुधवार को जेल में हाजिरी दी थी। रात भर जेल में रहने के बाद गुरुवार की सुबह-सुबह रिहा कर दिया गया। लोक सेवक हत्या कानून में संशोधन और जेल मैनुअल में संशोधन के बाद आनंद मोहन के साथ ही 27 अन्य कैदियों को भी रिहा किया गया है।
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आनंद मोहन की रिहाई का फैसला गलत – डीएम जी कृष्णैया की बेटी पद्मा
आनंद मोहन की रिहाई पर गोपालगंज के तत्कालीन जिलाधिकारी जी कृष्णैया (जिनकी 1994 में गैंगस्टर से नेता बने आनंद मोहन सिंह ने हत्या कर दी थी) की बेटी पद्मा ने हैदराबाद में कहाकि, नीतीश कुमार ने जो आनंद मोहन की रिहाई का फैसला लिया है वह बहुत ही गलत है। हम चाहते हैं कि सरकार इसपर पुनर्विचार करे। हम इस फैसले के खिलाफ अपील करेंगे। आंध्र प्रदेश के IAS एसोसिएशन जताई आपत्ति
आंध्र प्रदेश के IAS एसोसिएशन ने गोपालगंज के पूर्व जिलाधिकारी जी कृष्णैया की हत्या के दोषियों की रिहाई पर आपत्ति जताई है और बिहार सरकार से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील की है।