क्या है सवाल?
अरविंद केजरीवाल ने मोहन भागवत को चिट्ठी लिखते हुए सवाल किया, भाजपा ने पिछले दिनों में जो भी गलत किया क्या आरएसएस उसका समर्थन करती है? भाजपा के नेता खुलकर पैसे बांट रहे हैं, क्या आरएसएस वोट खरीदने का समर्थन करती है? बड़े स्तर पर दलित, पूर्वांचली के वोट काटे जा रहे हैं क्या आरएसएस को लगता है ये जनतंत्र के लिए सही है? क्या आरएसएस को नहीं लगता भाजपा जनतंत्र को कमजोर कर रही है?
तीन महीने पहले भी लिखी थी चिट्ठी
अरविंद केजरीवाल ने तीन महीने पहले भी मोहन भागवत को लेटर लिखा था। तब उन्होंने पीएम मोदी के रिटायरमेंट समेत पांच मुद्दों पर सवाल पूछे थे। उन्होंने तब भाजपा पर दूसरी पार्टियों के नेताओं को तोड़ने, भ्रष्ट नेताओं को भाजपा में शामिल कराए जाने के आरोप लगाते हुए भाजपा और आरएसएस के संबंधों पर भी सवाल उठाए थे।
आतिशी ने उपराज्यपाल को लिखा खत
इससे पहले दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना को एक चिट्ठी लिखी और मंदिर व बौद्ध धार्मिक स्थल तोड़े जाने का मुद्दा उठाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि उपराज्यपाल के आदेश पर दिल्ली के मंदिरों और बौद्ध धार्मिक स्थलों को तोड़ने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री आतिशी ने चिट्ठी में कहा कि दिल्ली में कोई भी मंदिर या धार्मिक स्थल नहीं तोड़ा जाए।
वीरेंद्र सचदेवा ने केजरीवाल को लिखी चिट्ठी
दूसरी तरफ दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल को चिट्ठी लिखी है। वीरेंद्र सचदेवा ने पत्र में लिखा कि आपको नए साल की शुभकामनाएं। आपके स्वस्थ और दीर्घायु जीवन की मंगलकामना करता हूं। हम सभी बचपन से ही, नव वर्ष के दिन में बुरी आदतों को छोड़ने और अच्छे और कुछ नए कार्य करने का संकल्प लेते हैं।
केजरीवाल से संकल्प लेने का किया आग्रह
मुझे विश्वास है कि आप अब कभी भी अपने बच्चों की झूठी कसम नहीं खाएंगे। आप दिल्ली की महिलाओं, बुजुर्गों और धार्मिक जनों की भावनाओं से झूठे वादे करके कर रहे खिलवाड़ को बंद करेंगे। आप दिल्ली में शराब को प्रोत्साहन देने के लिए दिल्ली वालों से क्षमा मांगेंगे। यमुना मैया की सफाई पर झूठे आश्वासनों और सफाई के नाम पर किए भ्रष्टाचार के अक्षम्य अपराध के लिए आप सार्वजनिक तौर पर माफी मांगेंगे।