दिल्ली शराब घोटाले में शक के दायरे में आए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल गुरुवार (21 दिसंबर) को एक बाक फिर ED के सामने पेश नहीं हुए। हालांकि इस बार उन्होंने अपना एक जवाब प्रवर्तन निर्देशालय के अधिकारियों को भेज कर अपना पक्ष रखा है। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया है कि उन्हें केंद्र के इशारे पर परेशान किया जा रहा है। उनके पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है। बता दें कि ईडी ने केजरीवाल को दिल्ली के कथित शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में 21 दिसंबर को पूछताछ के लिए बुलाया था।
राजनीति से प्रेरित होकर भेजा गया समन
ED के सामने पेश होने के बजाए केजरीवाल ने अपना एक जवाब भेजा है। इसमें उन्होंने कहा है कि ईडी का यह समन भी एजेंसी द्वारा जारी किए गए पिछले समन की तरह अवैध है। ईडी को इस समन को वापस लेना चाहिए क्योंकि यह राजनीति से प्रेरित है। मैंने अपनी जिंदगी जी ली है। ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ। मेरे पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है।बता दें कि इससे पहले सूबे के मुख्यमंत्री को 2 नवंबर को केंद्रीय जांच एजेंसी ने तलब किया था। तब उन्होंने चुनावी व्यस्तता का हवाला दिया था।
विपश्यना सेंटर पहुंचे अरविंद केजरीवाल
बता दें कि अरविंद केजरीवाल पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ 20 दिसंबर को दिल्ली से चार्टर्ड विमान से शाम लगभग चार बजे जालंधर स्थित आदमपुर एयरपोर्ट पहुंचे। वहां से दोनों नेता हेलीकाप्टर से विपश्यना मेडिटेशन सेंटर के निकट स्थित चौहाल के लिए रवाना हुए। मान रात्रि विश्राम के लिए चौहाल में ही रुक गए, जबकि केजरीवाल विपश्यना सेंटर में पहुंच गए। वहां वह दस दिन तक रहेंगे। इस दौरान वह किसी से नहीं मिलेंगे।
पहाड़ियों की गोद में बसे विपश्यना सेंटर के इर्द-गिर्द सुरक्षा के लिए 500 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। एसपी और डीएसपी स्तर के अधिकारी सुरक्षा व्यवस्था की स्थिति पर नजर रखेंगे। बैरिकेड लगा दिया गया है। गांव के लोगों के पहचान पत्र देखकर आने-जाने की व्यवस्था की गई है। गांव के सरपंच रावल सिंह ने बताया कि उन्हें मंगलवार को ही केजरीवाल के आने की सूचना मिली थी। इसके बाद उन्होंने मजदूरों को बुलाकर मेडिटेशन सेंटर के आसपास सफाई कराई। मालूम हो कि ईडी ने सोमवार को केजरीवाल को पूछताछ के लिए नया समन जारी किया था।