हालांकि इस सबर के बीच बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी की चर्चा होने लगी है। दरअसल, लोग मान रहे है कि अगर सीएम सोरने को जेल जाना पड़ता है तो वो लालू यादव की तरह सत्ता अपने परिवार के पास रखने की पूरी कोशिश करेंगे।
जेल जा सकते हैं सोरेन
रांची में जमीन घोटाले की जांच कर रही ईडी ने बीते 29 दिसंबर को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को सातवीं बार समन भेजा था। एजेंसी ने इसे आखिरी समन बताते हुए उन्हें सात दिनों के अंदर बयान दर्ज कराने को कहा था। सीएम को भेजे गए पत्र में ईडी ने कहा था कि वे दो दिनों के अंदर यानी 31 दिसंबर तक ऐसी जगह तय करके सूचित करें, जहां उनका बयान दर्ज किया जा सके। 31 दिसंबर तक हेमंत सोरेन ने ईडी के पत्र का कोई जवाब नहीं दिया। माना जा रहा है कि इसके बाद ईडी उनकी गिरफ्तारी के लिए आवश्यक कानूनी कदम उठाएगी और जांच में असहयोग का हवाला देकर हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के लिए अदालत से वारंट मांग सकती है।
लालू यादव की तर्ज पर पत्नी कल्पना को सीएम बना सकते हैं सोरेन
झारखंड के CM हेमंत सोरेन के इस्तीफे की खबरों के बीच इस बात की भी चर्चा है कि जैसे लालू यादव ने चारा घोटाले में जेल जाने के दौरान अपनी सत्ता अपनी पत्नी राबड़ी देवी को सौंपी उसी तर्ज पर सीएम सोरेन भी ऐसा ही कोई कदम उठा सकते हैं। इस बात को बल तब और मिल जाता है, जब बिना किसी कारण के गांडेय से झामुमो विधायक डॉ. सरफराज अहमद का इस्तीफा कराया जाता है। बता दें कि हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ओडिशा की रहने वाली हैं, ऐसे में उन्हें रिजर्व सीट से नहीं लड़ाया जा सकता है। ऐसे में पार्टी गांडेय सीट को अल्पसंख्यक और आदिवासी बहुल होने के कारण सुरक्षित मान रही है।
झारखंड में भी बिहार के जंगल राज के ज़माने का प्रयास हो रहा है- मरांडी
वहीं, इन सभी खबरों के बीच भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने एक्स पर पोस्ट लिख सीएम सोरने पर निशाना साधा है। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा कि चारा घोटालेबाज लालू प्रसाद जी के सारे पैंतरे फेल हो गये तो राबड़ी देवी को “खराऊ मुख्यमंत्री” बनाकर लालू जी जेल चले गये। एक के बाद एक सजा हुई। जेल जाते-आते उनकी पूरी उम्र निकल गयी। घपले-घोटाले एवं आदिवासियों की ज़मीन-जायदाद, जल, जंगल, ज़मीन, पहाड़, लूटकर थोड़े समय में ही बेहिसाब धन-दौलत जमा करने की भूख के चलते केश-मुक़दमे में फँसे सोरेन परिवार के एक्सीडेंटल राजकुमार हेमंत सोरेन के सारे पैंतरे फेल हो गये तो वे अब अपनी पत्नी को मुख्यमंत्री बनाकर खुद जेल जाने की योजना बना रहे हैं।
हेमंत को पता है कि जितना घोटाला और ग़लत काम वो कर चुके हैं कि अब उनके बाक़ी का जीवन जेल जाने-आने और केस मुकदमों में ही कटेगा।वैसे भी सोरेन परिवार ने सत्ता एवं पार्टी का शीर्ष पद परिवार के लिये ही रिज़र्व रखा हुआ है क्योंकि इन्हें और किसी पर भरोसा नहीं है।
पार्टी के निष्ठावान नेताओं को ठेंगा दिखाया
बाबूलाल मरांडी ने अपनी बात आगे रखते हुए लिखा कि पार्टी के निष्ठावान सारे सीनियर विधायकों और राजनीति में वर्षों से सक्रिय परिवार के दूसरे सारे लोगों को ठेंगा दिखाकर राजनीति से दूर-दूर तक सरोकार नहीं रखने वाले अपनी पत्नी को मुख्यमंत्री बनाकर जेल से राजपाट चलाने की योजना को सफल बनाना हेमंत जी के लिये उतना आसान नहीं है?