कंपनी के इस निर्णय की जानकारी इस महीने की शुरुआत में एक आंतरिक परिपत्र के माध्यम से सभी हितधारकों को दे दी गई है। यह निर्णय एयरलाइन के टाटा समूह के स्वामित्व वाली विस्तारा के साथ विलय के तुरंत बाद आया है। आंतरिक परिपत्र में कहा गया है, “MOML स्टिकर के साथ पहले से बुक किए गए भोजन को विशेष भोजन माना जाएगा। हलाल प्रमाणपत्र केवल उठाए गए MOML भोजन के लिए प्रदान किया जाएगा। सऊदी सेक्टरों में सभी भोजन हलाल होंगे और हज उड़ानों सहित जेद्दा, दम्मम, रियाद, मदीना सेक्टरों पर हलाल प्रमाणपत्र प्रदान किया जाएगा।”
हिंदू-सिख समुदाय ने किया फैसले का स्वागत
एयर इंडिया के इस कदम का हिंदू और सिख समुदाय के कई लोगों ने गर्मजोशी से स्वागत किया है। इसे उनकी आहार संबंधी प्राथमिकताओं और धार्मिक प्रथाओं के प्रति सम्मान के रूप में देखा जा रहा है। हिंदुओं और सिखों के लिए विशेष रूप से हलाल-प्रमाणित भोजन बंद करने के निर्णय को तथाकथित हलाल माफिया द्वारा लगाए गए दबावों पर विजय के रूप में देखा जा रहा है, जो अपने यात्रियों की विविध आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए एयरलाइन की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। भोजन नीति में यह समायोजन केवल भोजन के बारे में नहीं है; यह भारत के विविध सांस्कृतिक और धार्मिक परिदृश्य का सम्मान करने और उसे मान्यता देने का एक बयान है।
विस्तारा एयरलाइन ने भरी अंतिम उड़ान
नई दिल्ली. एयरलाइन कंपनी ‘विस्तारा’ ने सोमवार को आखिरी उड़ान संचालित की। कंपनी नौ साल से भारतीय विमानन क्षेत्र में सेवाएं दे रही थी। इसका विलय टाटा ग्रुप के स्वामित्व वाली एयर इंडिया में होने जा रहा है। विलय के बाद विस्तारा का परिचालन एयर इंडिया करेगी। कुछ महीनों से विस्तारा की मौजूदा बुकिंग और लॉयल्टी प्रोग्राम वाले यात्रियों को एयर इंडिया में स्थानांतरित करने की प्रक्रिया चल रही थी।