पड़ौसी जिले हरदा में 2161 प्रकरणों में वसूली होना है। जिनसे बैंक को 62 करोड़ 32 लाख 79 हजार रुपए की रिकवरी करना है। जबकि नर्मदापुरम के 1661 प्रकरणों में 21 करोड़ 94 लाख 94 हजार रुपए की वसूली होना है। खातेदारों को पूर्व में कई बार नोटिस दिए जा चुके हैं, लेकिन बकाया राशि जमा नहीं की जा रही है। जिससे बैंक की आर्थिक स्थिति बिगड़ रही है।
मोटर साइकिल, ट्रेक्टर, जीप, ग्रामीण आवास ऋण (अपना घर), उपभोक्ता उपकरण ऋण, व्यक्तिगत उद्यमियों को साख सीमा ऋण, विपणन साख सीमा, औद्योगिक समिति को साख सीमा, गोदाम ऋण, डेयरी ऋण संस्थावार, पाइप लाइन, व्यापारिक लिमिट, अनाज ऋण सहित अन्य।
शाखा के माध्यम से विभिन्न अकृषि ऋण योजना से हरदा और नर्मदापुरम जिले के खातेदारों ने राशि ली थी। पिछले दस साल से बकाया राशि जमा नहीं कराई। अब बकाया वसूली के लिए कुर्की की कार्रवाई शुरू कर रहे हैं।
-आरके दुबे, सीइओ जिला सहकारी बैंक