MP का शिमला बना ये शहर, सीजन की पहली बर्फबारी, पारा 1.8 डिग्री पर पहुंचा
Pachmarhi Weather Update: उत्तरभारत में बर्फबारी से मध्य प्रदेश में ठिठुरन इतनी बढ़ी कि दिसंबर में सर्दी का रिकॉर्ड टूट गया। कई शहरों में कोल्ड डे तो कई शहरों में शीतलहर के हालात हैं। वहीं एमपी का ये हिल स्टेशन शिमला-मनाली सा खूबसूरत हो चला है…
पचमढ़ी में तापमान गिरने से घास और वाहनों पर जम गई ओस, हर तरफ बिछी बर्फ की चादर…
Pachmarhi Weather Update: उत्तर से आ रही बर्फीली हवा के बाद ठिठुरन बढ़ गई है। जिले में हिल स्टेशन पचमढ़ी में तो न्यूनतम तापमान 1.8 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। सीजन की पहली बर्फबारी में ही पचमढ़ी में लोगों को शिमला-मनाली की याद आ गई। बता दें कि मंगलवार को यहां 3.8 डिग्री तापमान दर्ज किया गया है। बता दें कि ये इस सीजन में सबसे कम था।
तापमान में लगातार गिरावट के बाद बुधवार की सुबह यहां हर तरफ बर्फ की पतली चादर बिछ गई। यहां खड़े वाहनों पर और घास पर ओस की बूंदें जम गईं। बता दें कि मध्य प्रदेश का ये हिल स्टेशन देश के सबसे ठंडे स्थानों में शामिल हो गया है।
शीतलहर का अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार अब कंपकंपाने वाली ठंड का दौर शुरू हो गया है। तापमान में अगले एक सप्ताह तक गिरावट जारी रहेगी। इसके बाद कुछ स्थिरता आएगी। वहीं मौसम विभाग ने संभाग में शीतलहर का अलर्ट भी जारी किया है।
ठंड से बचने आग का सहारा
बर्फीली हवा के कारण मंगलवार को सुबह से ही तापमान में गिरावट आ गई थी। जिससे ठिठुरन बढ़ गई थी। लोग ठंड से बचाव के लिए आग का सहारा ले रहे थे। हिल स्टेशन पचमढ़ी में हरियाली और पहाड़ों के कारण तापमान में गिरावट का दौर जारी था।
ये रहा तापमान
यहां इससे पहले न्यूनतम तापमान 30 नवंबर को 5.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। बुधवार को यहां न्यूनतम तापमान 3.5 डिग्री सेल्सियस व अधिकतम तापमान 20.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शहर में भी न्यूनतम तापमान में 5.2 डिग्री व अधिकतम तापमान सामान्य से 4 डिग्री कम रहा। यहां न्यूनतम तापमान 9.5 डिग्री सेल्सियस व अधिकतम तापमान 25.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
पश्चिमी विक्षोभ के कारण 4 दिन तक गिरा रहेगा पारा
मौसम वैज्ञानिक अभिजीत चक्रवर्ती ने बताया कि पश्चिमोत्तर भारत के ऊपर मध्य समुद्र तल से 12.6 किमी की ऊंचाई पर 240 किमी प्रति घंटे की गति से सबट्रॉपिकल जेट स्ट्रीम हवा बह रही है। वही पश्चिमी विक्षोभ मध्य क्षोभमंडलीय पछुआ पवन के मध्य एक ट्रफ के कारण तीन चार दिन तापमान कम रहेंगे। पहाड़ों की बर्फ पिघलने और नए विक्षोभ के सक्रिय होने के कारण 17 दिसंबर को एक बार फिर तापमान में बढ़ोत्तरी होगी।