रावण के मंदिर के पास पहाड़ी पर हर साल फरवरी या अप्रैल में सात दिवसीय मेला लगता है। जिसमें पूरे प्रदेश से आदिवासी पहुंचकर रावण की पूजा करते हैं। इस मेले का शुभारंभ जनप्रतिनिधि करते हैं।
छतरपुर पंचायत में दशहरे पर रावण को देव के रूप में पूजा गया। राऊनदेव मंदिर में सुबह महाआरती हुई। इसके बाद पूजन का दौर शुरू हुआ।
होशंगाबाद•Sep 30, 2017 / 08:11 pm•
harinath dwivedi
ravan puja
Hindi News / Hoshangabad / यहां रावण की पूजा करने राऊनदेव मंदिर में पहुंचे सैकड़ों ग्रामीण…मांगी मन्नत…