आमदई माइंस का विरोध
हादसे में मुनेश पटेल प्रेशर पंप की चपेट में आ गया और वह घायल मजदूर को एम्बुलेंस की मदद से छोटेडोगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया जहां प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर उपचार के लिए जिला अस्पताल रेफर किया गया। बता दें कि नक्सलियों द्वारा शुरू से ही आमदई माइंस का विरोध किया जा रहा है और आमदई माइंस में लौह अयस्क परिवहन में लगी वाहनों में आगजनी, आईईडी ब्लास्ट,व मजदूरों की हत्या कर क्षेत्र में दहशत फैलाई जा रही है। इससे पुर्व भी नक्सलियों के आईईडी की चपेट में आने से आमदई माइंस में कार्यरत दो मजदूरों की मौत हो गई थी। घटना के बाद से क्षेत्र में दहशत का माहौल है।
देर रात ट्रैक्टर को लगाई आग
इससे पहले नक्सलियों ने आमदई माइंस में लगी एक ट्रैक्टर को आग के हवाले कर दिया था। ट्रैक्टर ठेकेदार अरविंद साहू की बताई जा रही है। वहीं घटना के बाद आमदई माइंस में लौह अयस्क परिवहन में लगी सैकड़ों वाहनों के पहिए थम गई है।और आमदई माइंस में मजदूरों ने काम बंद कर दिया है।
मांइस प्रबंधन पर परिजनों व मजदूरों गुस्सा फूटा
आमदई माइंस में नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईईडी की चपेट में आने से एक मजदूर घायल हो गया वहीं एक अन्य मजदूर राजेन्द्र नाग को मामूली चोट आई है घटना के बाद परिजनों व आमदई माइंस में कार्यरत स्थानीय मजदूरों का गुस्सा फूट पड़ा। मजदूरों का कहना है कंपनी हमेशा हमे सुरक्षा देने की बात कर मुकर जाती है । कंपनी केवल अपना फायदा देख रही है और लौह अयस्क परिवहन में लगी है जबकि हमारे कई साथी मारे गए हैं मगर कंपनी को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। ऐसी कंपनी से कोई फायदा नहीं है और इस कंपनी को बंद कर देना चाहिए। घटना को लेकर मजदूरों में काफी आक्रोश देखने को मिला।