मां कंवराई देवी, भाई हरेन्द्र व भाभी सीमा की करंट लगने से अकाल मौत की खबर मिलने के बाद विदेश से गुरुवार तड़के पहुंचे हरेन्द्र के छोटे भाई व हरेन्द्र के पुत्रों ने तीनों को मुखाग्नि दी। हनुमान राम मेघवाल के छोटे बेटे के विदेश से लौटने के बाद ही तीनों शवों को कुचेरा राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र की मोर्चरी से गांव ले जाया गया। अन्तिम यात्रा निकलते ही चीख पुकार मच गई। गांव शोक में डूब गया।
पुलिस में मामला दर्ज
मृतक हरेन्द्र के चाचा जेताराम ने पुलिस को रिपोर्ट देकर बताया कि उनके खेत से करीब तीस मीटर पहले रास्ते पर बिजली का खम्भा लगा है। इस खम्भे से पडोसी खेत मालिक इग्यार निवासी रामचन्द्र ने तारबंदी में लाइट का कनेक्शन किया हुआ है। उसमें विद्युत प्रवाहित की हुई थी। मौके पर खेत मालिक ने कोई सांकेतिक बोर्ड भी वगैरह नहीं लगाया गया है। इससे खेत पर जा रही उसकी भाभी, भतीजे व भतीजे की बहू की करंट लगने से मौके पर ही मौत हो गई। उसका आरोप है कि खेत मालिक को विद्युत विभाग के कर्मचारी व अधिकारियों ने मिली भगत कर कनेक्शन दिया। उसने विद्युत विभाग के कर्मचारियों अधिकारियों एवं खेत मालिक कृषक के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की मांग की।
अन्तिम डगर भी कठिन
ग्रामीणों ने बताया कि तीनों शवों की घर से श्मशान भूमि तक निकाली गई अन्तिम यात्रा में कटाणी रास्ता नहीं होने व कीचड़ के कारण खेतों में होकर जाना पड़ा।
एफएसएल टीम ने जुटाए साक्ष्य
मामले की जांच के तहत नागौर से पहुंची एफएसएल टीम ने घटना स्थल से साक्ष्य जुटाए है।