कुचामनसिटी (नागौर). करीब तीन-चार महीने पहले तक जहां नमक के ढ़ेर नजर आते थे और हर क्यारी में मजदूर काम करते दिखते थे, वहीं आज कचरे के ढ़ेर नजर आ रहे हैं। शहर में पदमपुरा रोड स्थित खारडे को नगरपरिषद ने जबदस्ती का डंपिंग यार्ड बना दिया है। खारडे को डंपिंग यार्ड बनाने से नमक व्यापारियों को नमक उत्पादन को लेकर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लोग भी दूषित नमक खाने को मजबूर है। खारडे में कचरा पड़ा होने से कई खारडों में विरानी छाई हुई है।
जानकारी के अनुसार कुचामन के खारड़ा क्षेत्र में करीब 60 से 70 नमक उत्पादक नमक बनाने का कार्य कर रहे हैं। यहां प्रतिवर्ष करीब छह हजार टन नमक का उत्पादन किया जाता है। नमक की क्यारियों में सैकड़ों मजदूर कार्य कर परिवार का पालन-पोषण करते है। यहां पर नगरपरिषद ने मजमर्जी से डंपिंग यार्ड बना दिया । इससे कई खारडे पर नमक कार्य भी बंद पड़ा है।
शेष खारडों में नमक की गुणवत्ता हो रही खराब नमक व्यापारियों ने बताया कि नगरपरिषद स्तर पर यहां डंपिंग यार्ड बनाने के बाद यह कार्य ठेके पर दे दिया गया। सम्बन्धित ठेकेदार ने कचरा एकत्रित करने का कार्य नगरपरिषद भवन की कुछ ही दूरी पर स्थापित कर लिया है, लेकिन खारड़े में एकत्रित किए गए कचरे के ढेर आज भी जमा हैं। कचरों के ढेर से कचरा व पॉलिथिनउडक़र पास में बनी नमक की क्यारियों में पहुंच रहा है। इस कारण अन्य क्यारियों में तैयार हो रहे नमक की गुणवत्ता भी खराब हो रही है।
कचरा उठे तो फिर से आबाद हो खारडा व्यापारियों ने बताया कि चार-पांच माह पहले बारिश से पूर्व खारडों में नमक उत्पादन का कार्य बंद कर दिया गया था। बारिश का दौर खत्म होने के बाद फिर से नमक के खारडों में रूख किया तो खारडे में बनी नमक की व्यारियों में कचरे के बड़े-बड़े ढेर लगे हुए थे। इस संबंध में नगरपरिषद के अधिकारियों को अवगत कराया, लेकिन खारडों से कचरा नहीं उठाया जा रहा है। कुचामन नमक उत्पादन संघ के अध्यक्ष मुरली मनोहर स्नेही ने बताया कि कुचामन क्षेत्र के लीजशुदा नमक भूखण्डों में पडे कचरे को उठाने की मांग को लेकर नगरपरिषर के आयुक्त सहित जिला उद्योग एवं वाणिज्य केन्द्र के महाप्रबन्धक को भी ज्ञापन दिया जा चुका है।
नगरपरिषद कर रही जबरन भूखण्डों पर कब्जा नमक व्यापारियों ने लवण भूखण्डों पर नगरपरिषद की ओर से जबरन कब्जा करने का आरोप लगाया है। व्यापारियों का कहना है करीब 100 वर्षों से यहां नमक उत्पादन किया जा रहा है। जिला उद्योग एवं वाणिज्य केन्द्र की ओर से यह भूखण्ड नमक उत्पादन के लिए आवंटित किए हुए है। जिनके दस्तावेज भी उनके पास है। चार-पांच माह पूर्व में भी इसी जगह पर नमक उत्पादन का कार्य किया जा रहा था, लेकिन बारिश के समय नमक उत्पादन कार्य बंद होने के कारण मौका देखकर नगरपरिषद ने यहां पर डंपिंग यार्ड बना लिया।
इनका कहना है जितनी जमीन लवण भूखण्डों के नाम है उस जमीन से कचरे का निस्तारण करवा दिया गया है। यदि अभी भी कचरा पड़ा है तो उसे उठवा दिया जाएगा। देवीलाल बोचल्या, आयुक्त, नगरपरिषद, कुचामन सिटी