सूत्रों के अनुसार दोनों ही मकराना के रहने वाले हैं। 18 जून को युवती के घर से गायब होने की रिपोर्ट मकराना थाने में दर्ज हुई। बताया जाता है कि दोनों ने २० जून को अजमेर स्थित आर्य समाज के रीति-रिवाज से विवाह कर लिया।
पुलिस ने उसकी गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज होने व नाबालिग होने का हवाला दिया। युवती ने इसका विरोध करते हुए खुद को विवाहित बताते हुए युवक के साथ रहने की बात पर हंगामा खड़ा कर दिया। विरोध के बावजूद पुलिस दोनों को लेकर मकराना रवाना हो गई। इस दौरान युवती खुद के बालिग होने व प्रेमी की जान को खतरे की बात कहती रही। पुलिस व परिजन की ओर से जोर-जबरदस्ती किए जाने पर युवती दोनों को जान से मारने की शंका जताती रही। यह देख कलक्ट्रेट पर भारी भीड़ भी जुट गई। दोनों को पुलिस द्वारा बमुश्किल गाड़ी में बिठाकर ले जाया गया।
सूत्रों का कहना है कि मकराना थाना पुलिस ने युवक को गिरफ्तार कर लिया, जबकि नाबालिग युवती को एक हैड कांस्टेबल और दो महिला कांस्टेबल के साथ बाल कल्याण समिति के सदस्य रामलाल कुंवाड के जायल स्थित घर पर रात करीब ग्यारह बजे पेश किया। कुंवाड़ ने औपचारिक कार्रवाई करने के बाद युवती को सावित्री बाई फुले छात्रावास में भेज दिया।
कुंवाड का कहना है कि प्राथमिक तौर पर मिले दस्तावेजों में उसकी उम्र 17 साल 24 दिन निकली। उसके परिजन भी साथ नहीं आए। युवती से जब घर जाने की इच्छा पूछी गई तो उसने इनकार कर दिया। वो यही कहती रही कि उसकी शादी हो गई है, परिजन और पुलिस उसे जबरन नाबालिग बताने पर तुले हैं। २८ जून को समिति के समक्ष इसकी सुनवाई होगी।
इनका कहना
युवक को गिरफ्तार कर एक दिन के रिमाण्ड पर लिया है। युवती नाबालिग निकली। उसे बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश कर दिया। उसकी गुमशुदगी दर्ज थी, मामले की जांच जारी है।
रोशन लाल, सीआई मकराना थाना